:: गुमाश्ता नगर स्थित तिरुपति बालाजी मंदिर में अन्नकूट महोत्सव संपन्न ::
:: यह उत्सव छोटे बड़े का भेद मिटाकर सबको भगवान के समीप लाता है : स्वामी घनश्यामाचार्य महाराज
इन्दौर । गुमास्ता नगर स्थित श्री तिरुपति बालाजी वेंकटेश देवस्थान पर बुधवार को अलग ही नजारा था। श्रद्धालु प्रभु के मनोहारी दर्शन हेतु कतारबद्ध होकर अपनी बारी का इंतजार कर रहे थे। अवसर था देवस्थान में झालरिया पीठाधीश्वर स्वामी घनश्यामाचार्य महाराज के पावन सानिध्य एवं उपस्थिति में अन्नकूट महोत्सव एवं छप्पन भोग दर्शन का।
देवस्थान ट्रस्ट के ट्रस्टी पुरुषोत्तम पसारी एवं मीडिया प्रभारी रामस्वरूप मूंदड़ा ने बताया कि बुधवार 24 नव. को झालरिया पीठाधीश्वर स्वामी घनश्यामाचार्य महाराज द्वारा प्रभु बालाजी की आरती की गई तथा इसके तुरंत बाद श्रद्धालुओं को प्रवेश दिया गया। समूचा परिसर गोविंदा-गोविंदा के जयघोष से गूंज उठा। श्रद्धालु पंक्तिबद्ध होकर प्रभु दर्शन तथा छप्पन भोग दर्शन का आनंद उठा रहे थे। प्रभु के मनोहारी श्रृंगार से लोगों की नजरें ही नहीं हट रही थी। पूरा परिसर प्रसाद की महक से सराबोर हो उठा। छप्पन भोग के साथ भगवान के मनोहारी दर्शन देख कर श्रद्धालु भावविभोर हो उठे।
स्वामी घनश्यामाचार्य महाराज ने अपने उद्बोधन में कहा कि रामानुज संप्रदाय में अन्नकूट महोत्सव की अपनी एक महत्ता है। यह उत्सव छोटे बड़े का भेद मिटाकर भगवान के चरणों में भक्तों की ओर से की गई एक भेंट है। मौसम परिवर्तन के अवसर पर अन्नकूट आयोजन से कई विषम बीमारियों का निदान भी होता है। इस अवसर पर लक्ष्मण पटवा, विजय बांगड़, ओमप्रकाश पसारी, गोपाल न्याती, सूर्यप्रकाश झंवर, विपिन मुछाल, प्रदीप राठी, जयप्रकाश लाहोटी, राजेश छापरवाल सहित बड़ी संख्या में विशिष्टजन मौजूद थे। बालाजी मित्र मंडल के कार्यकर्ताओं ने भक्तों को गोष्ठी प्रसाद का वितरण किया। दर्शन देर रात तक जारी रहे।