नव-युग का आह्वान

आओ नव-युग का करें आह्वान

मिटे  द्वेष,   ईर्ष्या  ह्रदयों     से

जन – जन   का   होवे  कल्याण

आओ  नव-युग का करें आह्वान 

आतंक    मचा   करते   विध्वंस

खत्म    होंवें   रावण  और  कंस

खुद का  कर लें  हम ऐसा वजूद

रोक   सकें   बम   गोले  बारूद

खत्म   हो   जड़     से    आतंक

स्थापित      हो      चैनो-अमन

जो    हुए    युध्द    में    शहीद

उनको   हमारा   सादर   नमन 

नित   नूतन   हम   करें    सृजन

सार्थक  हो  जीवन  का हर क्षण

देश   के   लिये   होवें   समर्पित

सदा   हमारे  तन-मन  औ’ प्राण

आओ नव-युग का  करें  आह्वान।

डा. सारिका मुकेश

तमिलनाडु

81241 63491