सिंगापुर । सिंगापुर के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि विश्व स्तर पर शुरुआती क्लीनिकल निरीक्षणों में सामने आया है कि कोरोना का ‘ओमिक्रोन’ स्वरूप इसके अन्य स्वरूपों ‘डेल्टा’ और ‘बीटा’ के मुकाबले कहीं अधिक संक्रामक हो सकता है तथा इससे पुन: संक्रमण का जोखिम भी अधिक हो सकता है। इसका अर्थ यह है कि कोविड-19 से उबर चुके लोगों के ओमिक्रोन स्वरूप से पुन: संक्रमित होने का जोखिम अधिक होता है। शहर में रविवार को एक और व्यक्ति के ओमिक्रोन से पीड़ित होने की शुरुआती पुष्टि हुई। जो व्यक्ति वायरस के इस स्वरूप से पीड़ित पाया गया है, वह एक दिसंबर को दक्षिण अफ्रीका से यहां आया और वह उसी विमान में सवार था जिसमें दो अन्य रोगी भी थे। इस रोगी का टीकाकरण भी हो चुका था। सिंगापुर में कोरोना के 552 नए मामले सामने आए तथा 13 रोगियों की मौत हुई।
मंत्रालय ने कहा कि बीते कई दिनों में उसने दक्षिण अफ्रीका तथा अन्य देशों की खबरें देखीं और सूचना एकत्रित करने के लिए प्रभावित देशों में विशेषज्ञों से सक्रिय संवाद किया। वायरस के नए स्वरूप के खिलाफ कोविड-19 टीके प्रभावी हैं या नहीं इस बारे में अध्ययन चल रहे हैं, लेकिन वैज्ञानिक मान रहे हैं कि कोविड-19 रोधी टीके ओमीक्रोन स्वरूप पर भी काम करेंगे और लोगों को गंभीर रूप से बीमार होने से बचाएंगे।
मंत्रालय ने पात्र लोगों से टीकाकरण करवाने या बूस्टर डोज लगवाने का अनुरोध करते हुए कहा कि वैज्ञानिक इस बात पर दृढ़ता से सहमत हैं कि ऐसा करने से वायरस के किसी भी वर्तमान स्वरूप या भविष्य के किसी भी अन्य स्वरूप से रक्षा हो सकेगी।