मुख्यमंत्री और विधायक के विधानसभा में कार्य करने के तरीक़ों को जाना

इन्दौर । प्रेस्टीज इंस्टिट्यूट के डिपार्टमेंट ऑफ लॉ के छात्रों ने विधानसभा और राजभवन का अवलोकन किया। विधानसभा में मुख्यमंत्री और विधायक के कार्य करने के तरीक़ों को भी जाना। इस दौरान छात्रों ने विधानसभा भवन, विधान परिषद के मुख्य कक्षों को देखा और कई तरह के सवाल किये। बच्चो ने यह भी जाना कि क्यों आखिर विधानसभा के कारपेट सहित सभी चीज़ो का रंग हरा है और विधान परिषद का लाल।
डिपार्टमेंट ऑफ लॉ के ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट सेल के हेड शुभांक खरे ने बताया राजभवन और विधानसभा से अनुमति के बाद डिपार्टमेंट के 50 से ज्यादा छात्र छात्रा भोपाल पहुंचे। सबसे पहले बच्चे राजभवन पहुंचे, जहां उन्होंने दरबार हॉल देखा। साथ ही सभी मुख्य कक्षों सहित वहा की सिक्स लेयर सिक्योरिटी सिस्टम को भी देखा। यह भी बताया गया की बिल्डिंग के पीछे ही कुछ खेती की जमीन भी है जहां राजभवन के उपयोग के लिए सब्जियाँ व अन्य सामग्री का उत्पादन किया जाता है। पुरे राजभवन में रेड कारपेट बिछा है इस पर ही राज्यपाल आमतौर पर चलते है। इसके बाद सभी विद्यार्थी विधानसभा भवन पहुंचे। यहाँ प्रोटोकॉल अफसर ने बताया कि बिल्डिंग लगभग 25 एकड़ क्षेत्र में फैली हुई है और 9 हिस्सों में बटी हुई है। इसमें एक विधानसभा भवन, विधान परिषद भवन और एक सेंट्रल हॉल है। विधानसभा भवन के कारपेट, चेयर व मेज सहित सभी चीज़ो का रंग हरा रखा गया है। जबकि विधान परिषद भवन का लाल। इसकी वजह यह है की विधानसभा के प्रतिनिधि सीधे चुन कर आते है और जमीन से जुड़े माने जाते हैं। जबकि विधानपरिषद के प्रतिनिधियों का सीधे चुनाव नहीं होता। विधानसभा बच्चों ने मुख्यमंत्री , मंत्री और विपक्ष सहित सभी विधायकों के बैठने का अरेंजमेंट भी देखा। यह भी जाना कि बिल्डिंग में प्रवेश के तीन द्वार है। एक जनता, एक विधायकों व मंत्रियों के लिए व तीसरा केवल राज्यपाल के लिए। इस अवसर पर फैकल्टी जलज सरमंडल आदि भी मौजूद थे।