ओमिक्रॉन के डर से सेंसेक्स 1300 अंक टूटा, निफ्टी भी 414 अंक ‎गिरा


मुंबई । कोरोना वायरस के नए वेरिएंट ओमीक्रोन के बढ़ते मामलों के चलते निवेशकों के चिंतित होने और वैश्विक बाजारों में बिकवाली के बीच प्रमुख शेयर सूचकांक सेंसेक्स सप्ताह के पहले कारोबारी ‎दिन सोमवार को शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स 494 अंकों के नुकसान के साथ 56,517 के स्तर पर खुला। वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के निफ्टी ने 16824 के स्तर से कारोबार की शुरुआत की। शुरुआती कारोबार में निफ्टी 268.60 अंकों की गिरावट के साथ 16,716.60 के स्तर पर था तो सेंसेक्स 1074.89 अंक फिसलकर 55,936.85 के स्तर पर आ गया। सेंसेक्स में विप्रो, सन फार्मा और एशियन पेंट्स को छोड़ सभी स्टॉक्स लाल निशान पर थे। सुबह 10 बजे के बाद सेंसेक्स में गिरावट बढ़कर 1342.83 अंक दर्ज की गई है। सेंसेक्स अब 55,668.91 के स्तर पर आ चुका है। वहीं निफ्टी फार्मा, हेल्थ केयर, ऑयल एंड गैस, कंज्यूमर ड्यूराबेल्स, ऑटो, मेटल, पीएसयू बैंक, रियल्टी, आईटी, मीडिया, निफ्टी बैंक, निफ्टी फाइनेंशियल सर्विसेज, प्राइवेट बैंक जैसे सभी इंडेक्स दबाव में हैं। निफ्टी 414.40 अंकों का गोता लगाकर 16,570.80 के स्तर पर आ गया है। शेयर बाजार में गिरावट बढ़ती जा रही है। सेंसेक्स 1234.53 अंकों का गोता लगार 55,777.21 के स्तर पर आ गया है। निफ्टी 392.10 अंक लुढ़ककर 16,593.10 के स्तर पर आ गया है। निफ्टी फार्मा, हेल्थ केयर, ऑयल एंड गैस, कंज्यूमर ड्यूराबेल्स, ऑटो, मेटल, पीएसयू बैंक, रियल्टी, आईटी, मीडिया, निफ्टी बैंक, निफ्टी फाइनेंशियल सर्विसेज, प्राइवेट बैंक समेत सबकी हालत खराब है। वहीं मिड कैप और स्माल कैप इंडेक्स भी बुरी तरह गिरे हैं। बैंक निफ्टी में सबसे अधिक 3.3 फीसद की गिरावट नजर आ रही है।
सेंसेक्स में सबसे अधिक चार प्रतिशत की गिरावट बजाज फाइनेंस में हुई। इसके अलावा टाटा स्टील, एसबीआई, एनटीपीसी, एमएंडएम और एचडीएफसी बैंक भी गिरने वाले प्रमुख शेयरों में शामिल थे। दूसरी ओर सिर्फ सन फार्मा हरे निशान में थी। पिछले सत्र में सेंसेक्स 889.40 अंक की गिरावट के साथ 57,011.74 पर बंद हुआ था। इसी तरह एनएसई निफ्टी 263.20 अंक की गिरावट के साथ 16,985.20 पर बंद हुआ था। बाजार ‎विशेषज्ञों का कहना है ‎कि किसी अन्य बड़ी घटना के अभाव में वैश्विक संकेत हमारे बाजार के रुझान को तय करेंगे। नए स्वरूप के कारण प्रतिभागी कोविड महामारी की स्थिति पर कड़ी नजर रख रहे हैं और इससे संबंधित सूचनाएं आने वाले दिनों में अस्थिरता पैदा करती रहेंगी।