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लो, आ गया फरवरी
आशिकों की आशिकी का
महीना आ गया है
खुब बिकेंगे अब चॉकलेट
गुलाब, टेडी और कार्ड
पार्कों में, कैफे मे
भीड लगेगी
सात दिन के सात
जश्न मनेगें
कोई नये प्रेमी-प्रेमिका होंगे
तो कई पुराने साथ चलेंगे
हर जगह
प्यार ही प्यार महकेगा
वेलेंटाइन की होगी गूंज
सब ओर होगा
खुशनुमा माहौल
लेकिन घर में
विश्वास से बैठे
लडकियों के माँ बाप का
दिल ना तोडना,
उनकी परी-सी बेटी को
गुडिया समझ तोड ना देना
सभ्य व्यक्ति के दायरे रह कर
वैलेंटाइन डे त्यौहार मनाना
भारतीय सभ्यता , संस्कृति
और अपनी परवरिश की
सही पहचान दिखाना !
● रीना अग्रवाल
सोहेला (बरगढ़), उड़ीसा