कोरोना की तीसरी लहर में मरने वालों में से 92 फीसदी बिना टीकाकरण वाले

नई दिल्ली । 2022 में कोरोना की तीसरी लहर से जिन लोगों की मौत हुई, उसमें 92 फीसदी बिना टीकाकरण वाले थे। नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डॉ.वीके पॉल ने कहा, यह साफ है, कि टीकों और टीकाकरण कवरेज ने सैकड़ों लोगों की रक्षा करने में बहुत अहम भूमिका है। टीके ने देश को कोरोना के मामलों की संख्या में वृद्धि से बचाया है।” भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद के महानिदेशक डॉ.बलराम भार्गव ने कहा कि कोविड टीके की पहली खुराक कोविड से लड़ने में 98.9 प्रतिशत प्रभावी है। अगर दोनों खुराक लग जाती है, तब यह 99.3 प्रतिशत तक असरदार होती है। देश में वीकली कोविड पॉजिटिविटी रेट या 100 टेस्ट में से संक्रमित केस 0.99 फीसदी है। फिलहाल सक्रिय केस 77 हजार के करीब हैं। बीते 24 घंटे में करीब 6 हजार नए मामले सामने आए हैं।
अग्रवाल ने कहा कि कोरोना की मौतों में भारत में तेज गिरावट देखी गई है। 2 से 8 फरवरी के बीच औसतन 615 मौतें दर्ज हुईं, जो पिछले हफ्ते 144 तक पहुंच गईं। इस तरह मृत्य दर में 76.60 प्रतिशत तक की गिरावट आई है। केरल, महाराष्ट्र और मिजोरम के केस देश के सभी कोविड मामलों का 50 प्रतिशत हैं। उन्होंने कहा कि केवल एक राज्य में 10,000 से अधिक सक्रिय मामले हैं, जबकि अन्य राज्यों में 5,000 से कम सक्रिय मामले हैं। पिछले साल दूसरी लहर में 49वें दिन के आसपास पीक दर्ज किया गया और 68वें दिन से मामले घटने लगे। इस साल तीसरी लहर में ओमिक्रॉन का पीक 18 दिनों में दर्ज हुआ और 24 दिनों के बाद मामले घटना शुरु हुए।