हरिद्वार । 23 जुलाई को कांवड़ मेला संपन्न हो गया है। इसमें में लगभग 5 करोड़ कांवडिया पहुंचे थे। इतनी बड़ी संख्या में उमड़ी भीड़ के कारण 10 हजार मीट्रिक टन कचरा बिखरा पड़ा है। जिसे समेटने और एकत्रित करने में एक हजार से ज्यादा सफाई मित्र पूरी ताकत से जुटे हुए हैं। गंगा सभा के सदस्य मनीष बताते हैं कि इस कचरे को स्थानीय स्वयंसेवक और नगम निगम के कर्मचारी मिलजुल कर हर की पौड़ी और दूसरे घाटों से हटा रहे हैं। जेसीबी लगी ट्रैक्टर-ट्रॉली को कूड़ा ढ़ोते देखा जा सकता हैं। जहां ट्रैक्टर नहीं जा पा रहे हैं वहां लोग हाथों से ही इसे उठा रहे हैं।
इस कचरे में अधिकांश सिंगल-यूज प्लास्टिक, मल्टीलेयर प्लास्टिक शामिल हैं। हरिद्वार की दैनिक कचरा निस्तारण क्षमता 30-50 मीट्रिक टन होने के बावजूद, मेले के बाद यह मात्रा कई गुना बढ़ गई है। हरिद्वार के जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने बताया कि मेले के दौरान रोजाना लाखों कांवड़िए पैदल और वाहनों से हरिद्वार पहुंचे, जिसके कारण सफाई वाहनों का आवागमन मुश्किल हो गया था। उन्होंने कहा, जिन क्षेत्रों में सफाईकर्मी पहुंच पाए, वहां नियमित सफाई होती रही, लेकिन मेले के समापन के बाद अब गंदगी का निस्तारण बड़ी चुनौती है।
मेले के समापन के बाद हरिद्वार नगर निगम ने स्वच्छता को लेकर कमर कस ली है। नगर निगम ने 23 जुलाई की शाम से 24 जुलाई की सुबह तक 10 घंटे का विशेष सफाई अभियान चलाया, जिसमें 1,000 से अधिक कर्मचारियों को लगाया गया। इसके अलावा, तीन दिवसीय विशेष सफाई अभियान शुरू किया गया है, जिसमें हर की पौड़ी, मालवीय घाट, कनखल घाट, सुभाष घाट, नाई घाट, अलकनंदा घाट, शिव घाट, बिरला घाट, अपर रोड, कांवड़ पटरी मार्ग और अन्य प्रमुख क्षेत्रों को शामिल किया गया है। मेयर किरण जैसल ने मंगलवार को मेला क्षेत्र का निरीक्षण किया और सफाईकर्मियों को कड़े निर्देश दिए कि कहीं भी कूड़े के ढेर नजर नहीं आने चाहिए। इस अभियान में ठोस कचरे का वैज्ञानिक निस्तारण किया जा रहा है। नगर निगम ने दुकानदारों को कंपोस्टेबल बैग वितरित किए थे, जो पर्यावरण के अनुकूल हैं और कचरे के निस्तारण में मदद कर रहे हैं। इस बार नगर निगम ने सफाई व्यवस्था को मजबूत करने के लिए लाइनर बैग प्लस ड्रोन निगरानी मॉडल लागू किया, जो देशभर में चर्चा का विषय बना है। हर 6 घंटे में हर की पौड़ी और आसपास के क्षेत्रों में कूड़ा निस्तारण किया गया था। ड्रोन और सीसीटीवी के माध्यम से मेला क्षेत्र की निगरानी की जा रही थी ताकि सफाई कार्य सुचारु रूप से चल सके। इस पहल की स्थानीय व्यापारियों और श्रद्धालुओं ने सराहना की है।