भोपाल । भोपाल के जंबूरी मैदान में तेंदुपत्ता संग्राहकों के सम्मेलन में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की तारीफ की। उन्होंने कहा- देश में ऐसा पहली बार है, जब किसी सरकार ने आदिवासियों को जंगल का मालिक बनाया है। शिवराज का यह कदम अनुकरणीय हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जो विचारधारा है, गरीब से गरीब को अधिकार मिले, उस स्वप्न को शिवराज सिंह साकार करने का काम कर रहे हैं।
इससे पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आदिवासियों से कहा कि ये जल, जमीन, जंगल आपके हैं। अब जंगल आप ही बचाओगे। जंगल आपको सौंप दिए गए हैं, वन विभाग सिर्फ सहयोग करेगा। जंगल की लकड़ी जितने में बिकेगी, उसका 20त्न आदिवासियों को मिलेगा। तेंदूपत्ता तुड़वाने के अभी 250 रुपए प्रति 100 गड्डी दिए जाते थे, अब वह बढ़ाकर 300 रुपए प्रति 100 गड्डी किए जाएंगे।
अमित शाह ने मध्यप्रदेश के 26 जिलों में स्थित 28 वन ग्रामों को राजस्व ग्रामों में बदलने के निर्णय की प्रक्रिया का शुभारंभ किया। शाह और मुख्यमंत्री ने वन समितियों का सम्मेलन में हितग्राहियों को तेंदूपत्ता के लाभांश का वितरण किया।
-भोपाल में बनेगी नेशनल फॉरेंसिक साइंस यूनिवर्सिटी
अमित शाह ने कहा- अंग्रेजों की डंडा मार पुलिस नहीं चलेगी; नॉलेज, सबूत और तर्कपूर्ण पुलिसिंग जरूरी
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह आज भोपाल प्रवास पर हैं। उन्होंने भोपाल में 48वीं अखिल भारतीय पुलिस विज्ञान कांग्रेस का शुभारंभ किया। सेंट्रल अकादमी फॉर पुलिस ट्रेनिंग में हुए आयोजन में शाह ने बड़ा ऐलान करते हुए कहा कि मध्यप्रदेश में भोपाल में नेशनल फॉरेंसिक साइंस यूनिवर्सिटी बनाई जाएगी। उन्होंने कहा कि अब अंग्रेजों की डंडा मार पुलिस नहीं चलेगी, नॉलेज, सबूत और तर्कपूर्ण पुलिसिंग जरूरी है। पुलिस को अपराधियों से दो कदम आगे रहना होगा, इसके लिए टेक्नोलॉजी बहुत जरूरी है। कॉन्स्टेबल और हेड कॉन्स्टेबल को भी टेक्नो फ्रेंडली होना होगा।
उन्होंने कहा कि सेंट्रल अकादमी फॉर पुलिस ट्रेनिंग जैसी मीटिंग्स के जरिए कुछ राज्य मिलकर अपने क्षेत्र की समस्याओं पर चर्चा कर सकते हैं। एक जैसे अपराध के लिए समान नीति बना सकते हैं। देशभर के सामने चुनौतियां हैं, जैसे- ड्रग्स, हवाला, साइबर फ्रॉड, इन चैलेंजेस पर भी विचार-विमर्श किया जा सकता है। डाटा नया विज्ञान है और बिग डाटा में सभी समस्याओं का समाधान है, इसे देशभर की पुलिस को अपनाना चाहिए। एक नफीस सेवा भी हम आगे लाने वाले हैं। देशभर की पुलिस के पास करोड़ों में फिंगर प्रिंट का डेटा है। नफीस के माध्यम से जैसे ही अपराधी के फिंगर प्रिंट को कम्प्यूटर में डालेंगे वह डेढ़ मिनट के अंदर आपको नाम दे देगा
गृहमंत्री ने कहा कि हम एक बहुत ही कठिन काल से गुजरे हैं, सदी की सबसे भीषण जानलेवा बीमारी का सामना देश ने किया है। दुनिया में लाखों लोग मृत्यु की शरण हुए हैं, कोरोना के समय में देशभर में लगभग 4 लाख से अधिक पुलिस कर्मी संक्रमित हुए, 27 सौ से ज्यादा की मृत्यु भी हुई। मंच पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा भी साथ रहे।
मुख्यमंत्री ने पुलिस की तारीफ की
इससे पहले शिवराज ने मध्यप्रदेश पुलिस की तारीफ करते हुए कहा- मध्यप्रदेश पुलिस ने एक नहीं अनेक उपलब्धियां हासिल की हैं। 2 साल में 21 हजार करोड़ एकड़ जमीन मुक्त कराई। कीमत 12 हजार करोड़ है।