कीव। यूक्रेन के बंदरगाह शहर मारियुपोल स्थित अज़ोवस्टल स्टील प्लांट में आश्रय लेने वाली सभी महिलाओं, बच्चों और बुजुर्ग नागरिकों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है। हालांकि यूक्रेनी सेना अब भी यहां रूसी सैनिकों के खिलाफ मोर्चा संभाले हुए है। यूक्रेन की उप प्रधान मंत्री इरीना वेरेशचुक ने यह जानकारी दी। यूक्रेन की उप प्रधान मंत्री इरीना वेरेशचुक ने सोशल मीडिया पर एक बयान में कहा, कि राष्ट्रपति के आदेश का पालन करते हुए सभी महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों को स्टील प्लांट से निकाल लिया गया है। मारियुपोल मानवीय मिशन का यह काम पूरा हो गया है।
वेरेशचुक ने कहा कि स्टील प्लांट से 50 लोगों को निकाला गया है। रूसी रक्षा मंत्रालय ने कहा कि उनमें से 11 बच्चे थे, जिन्हें संयुक्त राष्ट्र और रेड क्रॉस के साथ समन्वित मिशन के तहत निकाया गया। आखिरी अनुमान के मुताबिक, लगभग 200 नागरिक सोवियत युग की सुरंगों और विशाल अज़ोवस्टल कारखाने के नीचे बंकरों में फंसे हुए थे। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने कहा कि मारियुपोल स्टीलवर्क्स से यूक्रेनी सैनिकों को बचाने के लिए राजनयिक विकल्प पर बातचीत चल रही थी। इस बीच नागरिकों को वहां से निकाला जा रहा था।
मारियुपोल शहर पर कब्जा करने के लिए रूसी सेना लगातार हमलावर बनी हुई है। यूक्रेन की सेना ने एक बयान में कहा कि, रूसी सैनिक अज़ोवस्टल स्टील प्लांट में यूक्रेनी सैन्य इकाइयों को रोकने और उन्हें खत्म करने की कोशिश कर रहे हैं। इसके लिए रूस की सेना प्लांट पर भीषण हवाई हमले कर रही है। इससे पहले रूसी सेना ने पिछले महीने मारियुपोल थियेटर पर मिसाइल से हमला किया था। इस भीषण हमले में 600 से ज्यादा लोगों के मारे जाने की बात सामने आई थी। यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने कहा है कि रूस यूक्रेन में जंग खत्म नहीं करना चाहता है। क्योंकि वह अन्य यूरोपीय देशों पर कब्जा करने की मंशा रखता है।
अनिरुद्ध, ईएमएस, 08 मई 2022