दिल्ली में बढ़ रहे हैं कोरोना मामले, ओमिक्रोन के बीए.5 सब वेरिएंट की हुई पुष्टि

नई दिल्ली । देश की राजधानी दिल्ली में कोविड-19 ने एक बार फिर से अपना सितम ढाना शुरू कर दिया है। कोविड के ओमिक्रोन वेरिएंट का एक नया सब-वेरिएंट बीए.5 मिला है। दक्षिणी दिल्ली दक्षिणी पूर्वी व मध्य दिल्ली में इस नए वेरिएंट के कुछ मामले पाए गए हैं। राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र के अधिकारी बताते हैं, ‘दिल्ली में ओमिक्रोन के इस नए सब-वेरिएंट के मामले जरूर पाए गए हैं लेकिन इससे किसी को भी घबराने की जरूरत नहीं है। क्योंकि इससे गंभीर संक्रमण नहीं दिखाई दिया है।’ मध्य, दक्षिण और दक्षिण पूर्व दिल्ली से मई और 16 जून के बीच एकत्रित कुछ नमूनों में ओमिक्रोन का बीए.5 उप-स्वरूप पाया गया है। भारतीय सार्स-सीओवी-2 जीनोमिक्स संघ (इन्साकोग) द्वारा 17 जून को एक बैठक में इन निष्कर्षों पर चर्चा हुई थी। संघ ने वायरस के किसी नये स्वरूप या उप-स्वरूप के उभरने की संभावना को तलाशने और संक्रमण के कारणों का पता लगाने के लिए कोविड-19 संबंधी आंकड़ों की समीक्षा की थी। मध्य और दक्षिण पूर्व दिल्ली से लिये गये जिन नमूनों का जीनोम अनुक्रमण किया गया, उनमें से करीब पांच प्रतिशत में बीए।5 सबफार्म होने की पुष्टि हुई। वहीं दक्षिण दिल्ली से लिये गये करीब दो प्रतिशत नमूनों में इसकी मौजूदगी मिली। अधिकतर नमूनों में ओमिक्रोन के बीए।2 सबफार्म के होने का पता चला। विशेषज्ञों के अनुसार बीए।5 तेजी से फैलता है लेकिन इससे गंभीर संक्रमण नहीं होता। सूत्रों ने बताया कि दिल्ली से राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (एनसीडीसी) में जीनोम अनुक्रमण (सीक्वेंसिंग) के लिए भेजे गये कुछ नमूनों में ओमिक्रोन के बीए.4 और बीए.5 उप-स्वरूपों के होने की पुष्टि हुई जिनसे जनवरी में संक्रमण के मामलों की संख्या में इजाफा देखा गया था। विशेषज्ञों ने यह भी बताया कि यकृत एवं पित्तविज्ञान संस्थान (आईएलबीएस) में 30 नमूनों का जीनोम अनुक्रमण किया गया जिनमें से दो में बीए.5 उप-स्वरूप के होने की पुष्टि हुई। नमूनों को एक जून से 16 जून के बीच प्रयोगशाला में भेजा गया था।