सेंट्रल ब्यूरो ऑफ नारकोटिक्स (सीबीएन) द्वारा अंधेरी मुंबई के करमीर स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में जन जागरूकता अभियान के तहत आयोजित एक कार्यशाला में विशेष अतिथि के रूप में अभिनेता सुनील शेट्टी ने भाग लिया। अभिनेता सुनील शेट्टी ने अपने विचार व्यक्त करते हुए आगे कहा कि नशा करने वालों को कट्टर अपराधियों के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए व्यवहार और उन्हें कलंकित या पीड़ित नहीं किया जाना चाहिए, बल्कि हमारे समाज को उनके प्रति सहानुभूतिपूर्ण दृष्टिकोण रखना चाहिए और उन्हें ऐसी जानलेवा आदतों से बाहर आने में मदद करनी चाहिए। सुनील शेट्टी के साथ, श्री राजेश एफ. ढाबरे, नारकोटिक्स कमिश्नर (सेंट्रल ब्यूरो ऑफ नारकोटिक्स) और डॉ. सारिका दक्षिकर, एसोसिएट प्रोफेसर (गोकुलदास तेजपाल अस्पताल, मुंबई) ने भी कार्यक्रम में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।
नारकोटिक्स कमिशनर (सेंट्रल ब्यूरो ऑफ नारकोटिक्स)
राजेश एफ ढाबरे ने कहा “आज हमारे पास एक बहुत व्यापक कार्यशाला रहने की वजह से हमने नशीली दवाओं की लत और मादक पदार्थों की तस्करी के सभी पहलुओं पर विचार करते हुए काफी सफलता पाई है। ऐसी कार्यशालाओं के माध्यम से, हमारा मुख्य उद्देश्य है समाज में अपराध दर को कम करने और लोगों को मादक पदार्थों की लत के परिणामों को समझने में मदद करने के लिए। हमने भारत को नशा मुक्त समाज बनाने का संकल्प लिया है।”