शराबी

बहुत समय पहले की बात है रघु नाम का एक शराबी था l दिन रात नशे में धुत रहता देश दुनिया की उसे कोई खबर ही नहीं रहती l उसकी बीबी अपने पाँच बच्चों को लेकर हमेशा परेशान रहती जैसे तैसे को अपने बच्चों का पालन पोषण करती l ऐसा नहीं था कि रघु  कोई काम नहीं करता था वह बहुत अच्छी नौकरी करता था परंतु उसे जो भी पैसा मिलता उन सबको वह नशे की लत में बर्बाद कर डालता l आए दिन शराब पीकर वो यहाँ वहाँ पड़ा हुआ मिलता, उसकी बीवी बच्चे किसी तरह उसे घर ले आते उसकी बीवी उसे बहुत कुछ समझाती परंतु वह किसी की बात नहीं मानता था l शराब की वजह से उसके लीवर मे अल्सर हो गया l डॉक्टर  ने बोला की शराब की एक बूंद भी उसके लिए जहर के जैसी है पर वह अपने नशे की लत से  इतना मजबूर था कि उसने शराब पीना छोड़ा ही नहीं और इस शराब की वजह से उसकी मृत्यु हो गई l वह तो चला गया पर अपने पीछे अपने रोते बिलखते बीवी बच्चों को छोड़ गया l बहुत मेहनत करके उसकी बीवी ने जैसे तैसे अपने पांचों बच्चों को पढ़ा लिखा कर अपने पैरों पर खड़ा किया l

स्वरचित मौलिक लघु कथा 

                      वंदना श्रीवास्तव 

          शिक्षिका 

          बहराइच 

          उत्तर प्रदेश