मुख्य कोच राहुल द्रविड़ संजय मांजरेकर से बोले- 2 पराजय से खराब टीम नहीं बन जाती

नई दिल्ली । भारतीय क्रिकेट टीम के मुख्य कोच राहुल द्रविड़ को यूंही भरोसेमंद नहीं कहा जाता एशिया कप में पराजय के बाद भी वे काफी संतुलित बयान के साथ बोल्ड अवतार में नजर आए। संजय मांजरेकर के साथ एक इंटरव्यू में द्रविड़ ने जोर देकर कहा कि टीम इस तरह की विफलताओं पर ‘ओवररिएक्ट’ नहीं करने की कोशिश करती है और सिर्फ दो हार के बाद वे ‘एक खराब टीम’ नहीं हो जाते हैं। एशिया कप 2022 में भारतीय टीम का आगाज शानदार रहा था। लीग स्टेज में भारत ने दोनों मैच जीते थे, लेकिन सुपर 4 राउंड में टीम इंडिया को लगातार 2 हार का सामना करना पड़ा था। सुपर 4 राउंड में मिली हार के बाद भारत एशिया कप से बाहर हो गया।
टीम इंडिया ने गुरुवार को अफगानिस्तान पर जीत के साथ 2022 एशिया कप अभियान का अंत किया। टीम ने अफगानिस्तान पर 101 रन की बड़ी जीत दर्ज की। इस मैच में स्टार बल्लेबाज विराट कोहली ने 61 गेंदों पर नाबाद 122 रनों के साथ शतक के इंतजार को समाप्त किया। विराट की यह टी20 इंटरनेशनल में पहली सेंचुरी थी। इसके साथ ही तीनों फॉर्मेट में यह उनका 71वां शतक था। केएल राहुल ने भी 40 गेंदों में 62 रन की पारी खेली। इस मैच में रोहित शर्मा को आराम दिया गया था।
एशिया कप सुपर 4 चरण में भारत के निराशाजनक प्रदर्शन पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए मुख्य कोच राहुल द्रविड़ ने जोर देकर कहा कि टीम इस तरह की हार पर ओवररिएक्ट नहीं करने की कोशिश करती है। उन्होंने कहा कि टी20 फॉर्मेट छोटे अंतर का खेल है और टीम ने कठिन परिस्थितियों के बावजूद मैच को आखिरी ओवर तक ले जाने का शानदार काम किया।
द्रविड़ ने भारत के पूर्व बल्लेबाज संजय मांजरेकर को अफगानिस्तान के खिलाफ मैच से पहले एक इंटरव्यू में कहा, ‘भले ही हम उन खेलों को जीतते या नहीं, आपको चीजों को परिप्रेक्ष्य में रखना होगा। टी20 क्रिकेट में अंतर बहुत छोटा होता है। ऐसा नहीं है कि क्योंकि हमने पाकिस्तान के खिलाफ वह रोमांचक खेल जीता है, सब कुछ सही हो जाता है। हमने कुछ गेम गंवाए, जो एक ऐसे विकेट पर गिर गए थे जिसका बचाव करना आसान नहीं था।’
उन्होंने आगे कहा, ‘हमने खेल को अंतिम गेंद तक लेकर गए हैं। मैं इसे एक बहाने के रूप में उपयोग नहीं कर रहा हूं, मुझे अभी भी लगता है कि हमें उन खेलों में से कम से कम एक में लाइन पर होना चाहिए था। लेकिन हमें अभी भी सीखना होगा। हम परफेक्ट नहीं रहे हैं। सिर्फ इसलिए कि हमने कुछ गेम गंवाए हैं। इसका मतलब यह नहीं है कि हम एक खराब टीम हैं। हम पिछले 8-9 महीनों से अच्छी क्रिकेट खेल रहे हैं।’ उन्होंने आगे कहा, ‘कुछ चोटों और बीमारियों का मतलब है कि टीम में आपका संतुलन बिगड़ जाता है। इस तरह के टूर्नामेंट में अंतर बहुत कम हो जाता है। पूरी बात ओवररिएक्ट करने की नहीं है। हम जिस तरह का वातावरण बनाना चाहते हैं, वह बहुत संतुलित है।’