नई दिल्ली । क्रिकेट को अपने जीवन में सार्थक करने वाले भारतीय टीम के दो पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी और कपिल देव इन दिनों यूएस ओपन 2022 का भरपूर आनंद उठा रहे हैं। भारत के पूर्व कप्तानों को यूएस ओपन 2022 में आर्थर ऐश स्टेडियम में सितारों से भरी भीड़ के बीच देखा गया था। कपिल और धोनी ने 1983 और 2011 में प्रतिष्ठित आईसीसी क्रिकेट वनडे विश्व कप जीतकर देश को गौरवान्वित किया है।
यूएस ओपन के ऑफिशियल ब्रॉडकास्टर्स सोनी स्पोर्ट्स नेटवर्क ने ट्विटर पर एक वीडियो शेयर किया है, जिसमें धोनी और कपिल देव स्टेडियम में बैठे हुए नजर आ रहे हैं। इस वीडियो को शेयर करते हुए कैप्शन दिया गया है, ‘हैशटौग यूएस ओपन में भारतीय क्रिकेट रॉयल्टी। दो पूर्व भारतीय विश्व कप विजेता कप्तान, धोनी और कपिल देव ने आर्थर ऐश में स्टैंड की शोभा बढ़ाई। इस मैच में दो युवा भविष्य के चैंपियंस 5 घंटे 15 मिनट तक खेले।’ यह मुकाबला 19 साल के कार्लोस अल्कराज और 21 साल के जैनिक सिनर के बीच था। 5 सेट तक चले मैच में अल्कराज ने सिनर को 6-3, 6-7, 6-7, 7-5, 6-3 से हराया।
बता दें कि स्टार टेनिस खिलाड़ी सेरेना विलियम्स और राफेल नडाल टूर्नामेंट से बाहर हो गए हैं। सेरेना विलियम्स ने टूर्नामेंट की शुरुआत से पहले खेल से संन्यास की घोषणा की थी। वह तीसरे दौर में ऑस्ट्रेलिया की अजला टोमलजानोविक से हार गईं। खिताब जीतने के प्रबल दावेदार रहे राफेल नडाल, फ्रांसेस टियाफो से हारकर बाहर हो गए। रोजर फेडरर और नोवाक जोकोविच की अनुपस्थिति का भी टूर्नामेंट पर असर पड़ा है। फेडरर लंबे समय से एक्शन से बाहर हैं और उम्मीद है कि जल्द ही वापसी करेंगे। नोवाक जोकोविच को यूएस ओपन में प्रतिस्पर्धा करने की अनुमति नहीं दी गई थी, क्योंकि उनका कोविड-19 टीकाकरण नहीं हुआ था।
धोनी की बात करें तो भविष्य के आईसीसी हॉल ऑफ फेमर खेल से अपने ब्रेक का आनंद ले रहे हैं। उन्होंने आईपीएल की समाप्ति के बाद इंग्लैंड की यात्रा की। उन्हें भारत-इंग्लैंड सीरीज को देखते हुए देखा गया। यूके से लौटने के एक महीने बाद धोनी यूएसए पहुंचे हैं। भारत के पूर्व कप्तान अपनी रिटायरमेंट लाइफ को एन्जॉय कर रहे हैं। महेंद्र सिंह धोनी के आईपीएल 2023 खेलने की पुष्टि हो गई है और वह चेन्नई सुपर किंग्स का नेतृत्व करेंगे। 15 अगस्त 2020 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने वाले धोनी अब सिर्फ आईपीएल खेलते हैं। चूंकि वह अभी भी आईपीएल खेलते हैं, ऐसे में वह किसी विदेशी लीग टीम का हिस्सा नहीं हो सकते हैं।