प्रतिभास्थली पर चरणरज के साथ ही हजारों समाज बंधु करेंगे अगवानी, गुरूवार को प्रातःकाल सांवेर रोड़ से होगा प्रतिभास्थली के लिए विहार

इन्दौर । दयोदय चैरिटेबल फाउण्डेशन ट्रस्ट द्वारा रेवती रेंज प्रतिभास्थली ज्ञानोदय विद्या पीठ में दो दिवसीय महोत्सव गुरूवार 13 एवं 14 अक्टूबर को मनाया जाएगा। प्रतिभास्थली पर होने वाले इस महोत्सव में आर्यिका पूर्णमति माताजी अपने ससंघ के साथ पहुंचेगी, जहां समग्र जैन बंधु माताजी की अगवानी करेंगे। गुरूवार 13 अक्टूबर को सुबह 6.30 बजे आर्यिका पूर्णमति माता अपने श्रीसंघ के साथ सांवेर रोड़ स्थित जिनालय से रेवती रेंज प्रतिभास्थली तक गाजे-बाजे के साथ मंगल प्रवेश जुलूस निकाला जाएगा। वहीं मंगल प्रवेश जुलूस के पश्चात आर्यिका पूर्णमति माता जी सभी श्रावक-श्राविकाओं को प्रवचनों की अमृत वर्षा करेंगी।
शुक्रवार 14 अक्टूबर को प्रात: 7 बजे पार्श्वनाथ विधान आयोजित किया जाएगा, जिसमें समग्र जैन समाजजनों द्वारा आर्यिका के सान्निध्य में शांतिधारा सहित पूजन होगा। इसके पश्चात 8.30 बजे प्रवचन एवं प्रतिभास्थली के बच्चों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रमों के तहत प्रस्तुतियां दी जाएगी। रेवती रैंज प्रतिभास्थली पर होने वाले इस कार्यक्रम में विकास पाटौदी, प्रदीप जैन स्टील, अशोक डोसी, प्रदीप जैन, संजय जैन सहित बड़ी संख्या में समाजजन तैयारियों में जुटे हुए हैं।
:: गुरू का स्वप्न साकार करने पहुंचेंगी आर्यिका ::
दयोदय चैरिटेबल फाउण्डेशन ट्रस्ट कमल अग्रवाल, संजय मैक्स ने बताया कि आचार्यश्री विद्यासागर महाराज द्वारा प्रतिभास्थली का स्वप्न देखा गया था। इन्दौर में वर्ष 1999 में हुए चातुर्मास के दौरान आचार्य विद्यासागर महाराज ने प्रतिभास्थली की नीव रखी, जिसमें इंदौर शहर में आयोजित विधान की धनराशि से रेवती रैंज में 27 एकड़ जमीन क्रय की गई जिसका नाम प्रतिभास्थली रखा गया एवं सन 1999 से ही यहां गौशाला सहित कई मानव सेवा प्रकल्प चलाए जा रहे हैं।
:: प्रतिभास्थली में 1600 छात्राओं के अध्ययन की व्यवस्था की जा रही है अभी 350 से अधिक छात्राएं अध्ययन रत है ::
आचार्य विद्यासागर महाराज के निर्देशानुसार ही यहां छात्रावास का निर्माण भी कराया गया है। जहां 1600 विद्यार्थी के आवासीय परिसर का निर्माण किया जा रहा है, शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं विद्यार्थियों के लिए आवासीय सुविधा भी यहां उपलब्ध है। यहां मध्यप्रदेश, राजस्थान, महाराष्ट्र, असम, गुजरात, दिल्ली सहित देशभर के छात्राऐं ब्रह्मचारिणी दीदीयों द्वारा शिक्षा प्राप्त कर रही हैं।