जबलपुर । इन दिनों मध्यप्रदेश की राजनीति में सबकी ज़ुबान पर एक ही चर्चा है और वोह है कांग्रेस के लोकप्रिय नेता राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा. किसी को इस बात की उम्मीद नहीं थी कि भाजपा की सत्ता वाले सूबे एमपी में राहुल बाबा का जादू सिर चढ़कर बोलेगा. मध्यप्रदेश में राहुल की इस यात्रा में पूर्व मुख्यमंत्री द्वय कमलनाथ और दिग्विजय सिंह के बाद जिस नेता को राहुल गांधी ने सबसे ज्यादा तवज्जो दी है वह हैं राज्य सभा सांसद और देश के बहुचर्चित वकील विवेक कृष्ण तन्खा. मध्यप्रदेश में यात्रा के छटवें दिन राहुल गांधी ने इन्दौर के सांवेर में चहलकदमी करते हुए हर आम व खास से मुलाकात की. इस दौरान राहुल गांधी सांसद विवेक तन्खा का हाथ पकड़कर आगे बढ़ते रहे.यह सिलसिला मीलों चला. दरअसल राहुल के इस अपनेपन ने यह अहसास करा दिया है कि कमलनाथ और दिग्गी
दिग्गी राजा के बाद अब विवेक तन्खा एमपी के सबसे भरोसेमंद और प्रभावशाली नेता हैं. दरअसल हाल ही में विवेक तन्खा ने अपनी टीम के साथ नरसिंहपुर जिले में जो राहत केम्प लगाया था उसकी अपार सफलता देशव्यापी सुर्खियों में है. राहुल भी विवेक तन्खा की सेवाओं से अंजान नहीं है. यही वजह है कि उन्होंने सबको हैरत में डालते हुए सांसद तन्खा का हाथ थामकर सांवेर का दौरा किया. इस बात में दो राय नहीं कि भारत के पूर्व असिस्टेंट सालिसीटर जनरल नेता कम और समाज सेवक ज्यादा हैं जिस तरह से वह अनेक जिलों में नि:शुल्क स्वास्थ्य शिविर लगाकर लाखों लोगों का भला कर रहे हैं उसका लाभ कांग्रेस को भी मिलेगा. राहुल गांधी खुद व्यक्तिगत रूप से पार्टी के उन नेताओं को तरजीह देते हैं जो पीड़ितों की सेवा में लगे रहते हैं. उल्लेखनीय है कि विवेक तन्खा स्व. कर्नल अजय नारायण मुश्रान के दामाद हैं जो दिग्विजय सिंह के शासनकाल में दस साल मध्यप्रदेश के वित्त मंत्री रहे हैं.