नील गगन के तलें ..पेड़ों के झुरमुट के मध्य अपना आशियाना बनाने वाले गरीब लोग अपनी ग्रहस्थी का सारा साज़-सामान भगवान भरोसे छोड़ कर दो-जून की रोटी की जुगत में मज़दूरी करने चले जाते हैं… ना कोई चिंता ना कोई फ़िक्र….!
नील गगन के तलें ..पेड़ों के झुरमुट के मध्य अपना आशियाना बनाने वाले गरीब लोग अपनी ग्रहस्थी का सारा साज़-सामान भगवान भरोसे छोड़ कर दो-जून की रोटी की जुगत में मज़दूरी करने चले जाते हैं… ना कोई चिंता ना कोई फ़िक्र….!