सुनो ,
तुम अपने संग दहेज जरूर लाना ,
तुम अपने संग लाना एक बक्सा,
लाना बचपन की कुछ यादे ,
अपने बक्से में अपनी यादों के रंग लाना
कुछ अपने प्यारे खिलौने,
कुछ बचपन के किस्से ,
क्योकि जानना है मुझे तुम्हे शुरू से ।
सुनो ,
तुम अपने संग दहेज जरूर लाना,
तुम अपने संग लाना एक एल्बम,
अपने नाते रिश्तों से मुझे भी मिलवाना,
कुछ अपने बचपन के फोटो,
कुछ बीते दिनो के किस्से ,
कुछ कूदने फांदने में
लगी चोटें उनके रह गए निशानों की कहानियां ,
क्योकि जीना है
,मुझे तुम्हारे संग हर पल ।
सुनो ,
तुम अपने संग दहेज जरूर लाना,
तुम अपने संग लाना एक तस्वीर,
अपने प्यारे मां पापा की,
उनके संघर्ष मुझे भी बताना,
उनकी मुश्किलों को मुझे भी समझाना,
क्योकि निभानी है
अपनी जिम्मेदारियों संग,
तुम्हारी भी जिम्मेदारियाँ तुम संग ।
नीना जैन लाइफ कोच दूरदर्शन एंकर