‘भाबीजी घर पर हैं‘ के सलीम जै़दी का कहना है ‘‘मैं हमेशा से एक ऐसा किरदार निभाना चाहता था जो दर्शकों को हँसाने के साथ ही उनसे आसानी से जुड़ जाए‘‘, तिवारी की दुकान में काम करने वाला उनका टिल्लू का किरदार, अपने छह महीने की तनख्वाह पाने के लिए लगातार उसके खिलाफ साजिश कर रहा है।
भले ही मुझे बॉलीवुड फिल्मों और सितारों के साथ काम करने का मौका मिला हो, लेकिन मैं एक ऐसा किरदार निभाना चाहता था जो दर्शकों को हँसा पाए और आसानी से उनसे एक नाता बना ले। कास्टिंग डायरेक्टर राजन वाघमारे जी ने ‘भाबीजी घर पर हैं‘ के डायरेक्टर शशांक बाली को मेरा नाम सुझाया। उन्होंने मुझे यह तकियाकलाम दिया था, ‘‘कसम खा के कह रिया हूँ सेठ जी, मेरी 6 महीने की तनख्वाह दे दियो वरना गुर्दे छीन लूंगा‘। यह डायलॉग काफी वायरल हो गया। ईश्वर की कृपा से यह मेरी जिंदगी का सबसे हिट रोल बन गया।
मैं चार लोगों के साथ एक छोटे से घर (चॉल) में रहा करता था, ऐसे में कोई फ्लैट किराए पर लेना नामुमकिन था। मुझे याद है कि हम घर के कामों को बाँट लिया करते थे, जैसे कि पानी की बोतल भरना, खाना बनाना, सफाई करना, आदि। ये सारे काम करने के बाद, मैं भागता हुआ मुंबई लोकल पकड़ता था और फिर ऑडिशन के लिए जाता था। कई सालों तक मैंने वड़ा पाव या ग्लूकोज बिस्कुट पर अपना गुजारा किया है। बिना काम के दो बार खाने का खर्च उठा पाना असंभव था। काफी सालों के संघर्ष के बाद, मुझे अमिताभ बच्चन जी, रणबीर कपूर और कई अन्य कलाकारों के साथ टीवी विज्ञापन मिला। मैंने ‘भाग मिल्खा भाग‘, ‘विक्की डोनर‘ और ‘चलो ड्राइवर‘ जैसी फिल्मों में भी काम किया।