नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 97वें मन की बात कार्यक्रम के दौरान कहा कि आज मैं आपको ऐसे विषय के बारे में बताऊंगा जिसे सुनकर आप भी कहेंगे वाह भाई वाह! दिल खुश हो गया! पीएम मोदी ने इंडियन इंस्टिट्यूट्स आफ साइंस यानी आईआईएससी का जिक्र करते हुए कहा कि इस संस्था के नाम पर 145 पेटेंट हैं। उन्होंने इसके लिए बधाई भी दी। इसके अलावा मोदी ने महाराष्ट्र में 20 साल से मिलेट्स की खेती करने वाली शर्मिला और ओडिशा में बाजरे से रसगुल्ला और केक बनाने वाली महिलाओं का जिक्र कर उनके इस प्रयास की सराहना की। ई-वेस्ट पर बोलते हुए पीएम ने कहा कि हर सेकेंड 800 लैपटॉप फेंक दिए जा रहे हों। संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट में बताया गया था कि हर साल 50 मिलियन टन ई-वेस्ट फेंका जा रहा है। ई-वेस्ट का सदुपयोग करना ‘कचरे को कंचन’ बनाने से कम नहीं है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बताया कि बैंगलुरु का इंडियन इंस्टिट्यूट्स आफ साइंस यानी आईआईएससी शानदार उदाहरण पेश कर रहा है। मोदी ने कहा कि मैंने इस कार्यक्रम में पहले भी इसका जिक्र किया है। इस संस्थान के पीछे देश की दो महान विभूतियां जमशेदजी टाटा और स्वामी विवेकानंद की प्रेरणा रही है। मोदी ने आगे कहा कि आपको और मुझे आनंद और गर्व दिलाने वाली बात ये है कि साल 2022 में इस संस्थान के नाम कुल 145 पेटेंट्स रहे हैं। इसका मतलब है हर पांच दिन में दो पेटेंट्स। ये रिकॉर्ड अपने आप में अद्भुत है। इस सफलता के लिए मैं इंडियन इंस्टिट्यूट्स आफ साइंस यानी आईआईएससी की टीम को भी बधाई देना चाहता हूं। आज पेटेंट फाइल करने में भारत की रैंकिंग 7वीं और ट्रेडमार्क में 5वीं है। सिर्फ पेटेंट्स की बात करें तो पिछले पांच वर्षों में इसमें करीब 50 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
पीएम मोदी ने देशवासियों को नए साल की बधाई दी। पीएम मोदी ने कहा कि जैसलमेर से पुलकित ने मुझे लिखा है कि 26 जनवरी की परेड के दौरान कर्तव्य पथ का निर्माण करने वाले श्रमिकों को देखकर बहुत अच्छा लगा। कानपुर से जया ने लिखा है कि उन्हें परेड में शामिल झांकियों में भारतीय संस्कृति के विभिन्न पहलुओं को देखकर आनंद आया। इस परेड में पहली बार हिस्सा लेने वाली ओमेन कैमल राइडर्स और सीआरपीएफ की महिला टुकड़ी की भी काफी सराहना हो रही है।
पीएम मोदी ने पद्म पुरस्कार पाने वालों की भी चर्चा की। उन्होंने पुरस्कार पाने वाले लोगों की तारीफ करते हुए कहा कि इस बार पद्म पुरस्कार पाने वालों में वो लोग हैं जो संतूर बम्हुम द्वितारा जैसे हमारे पारंपरिक वाद्ययंत्र की धुन बिखेरने में महारत रखते हैं। गुलाम मोहम्मद ज़ाज़ मोआ सु-पोंग री-सिंहबोर कुरका-लांग मुनि-वेंकटप्पा और मंगल कांति राय ऐसे कितने ही नाम हैं जिनकी चारों तरफ़ चर्चा हो रही है।
तमिलनाडु के उतिरमेरुर का 12 सौ साल पुराना शिलालेख है लघु संविधान: मोदी
पीएम मोदी ने कहा कि आज जब हम आजादी के अमृत महोत्सव के दौरान गणतंत्र दिवस की चर्चा कर रहे हैं तो मैं यहाँ एक दिलचस्प किताब का भी जिक्र करूंगा। कुछ हफ्ते पहले ही मुझे मिली इस किताब में एक बहुत ही रोचक विषय पर चर्चा की गयी है। इस किताब का नाम इंडिया द मडर ऑफ डेमोक्रेसी किताब है और इसमें कई बेहतरीन विषय हैं। डॉ० अम्बेडकर ने बौद्ध भिक्षु संघ की तुलना भारतीय संसद से की थी। तमिलनाडु में एक छोटा लेकिन चर्चित गांव है उतिरमेरुर। यहां ग्यारह सौ-बारह सौ साल पहले का एक शिलालेख दुनिया भर को अचंभित करता है। यह शिलालेख लघु संविधान की तरह है।
पीएम मोदी ने गोवा में हुए पर्पल फेस्ट इवेंट का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि गोवा में पर्पल फेस्ट इवेंट हुआ। दिव्यांगजनों के कल्याण को लेकर यह अपने-आप में एक अनूठा प्रयास था। 50 हजार से भी ज्यादा हमारे भाई-बहन इसमें शामिल हुए। पीएम मोदी ने कहा कि डॉ अम्बेडकर ने बौद्ध भिक्षु संघ की तुलना भारतीय संसद से की थी। उन्होंने उसे एक ऐसी संस्था बताया था जहां प्रस्ताव संकल्प कोरम और वोटों की गिनती के लिए कई नियम थे। बाबासाहेब का मानना था कि भगवान बुद्ध को इसकी प्रेरणा उस समय की राजनीतिक व्यवस्थाओं से मिली होगी। इसके अलावा पीएम मोदी ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र ने अंतरराष्ट्रीय योग दिवस और अंतरराष्ट्रीय बाजरा वर्ष दोनों का निर्णय भारत के प्रस्ताव के बाद लिया है।