रांझणा, तनु वेड्स मनु, अतरंगी रे, आत्मापंफलेट और ऐसी बहुत सारी कहानियों के साथ, निर्माता-निर्देशक आनंद एल राय को ऐसी कहानियां देने के लिए जाना जाता है जो दर्शकों के साथ जुड़ी रहती हैं। ऐसी ही एक कहानी है निल बट्टे सन्नाटा जिसने भारतीय सिनेमा में तहलका मचा दिया था, जिसे आज सात साल पूरे हो गए हैं। फिल्म का प्रभाव इतना अधिक था कि इसे मलयालम के साथ-साथ तमिल में भी बनाया गया था। फिल्म जैसे ही सात साल पूरे किये, यहां मावरिक फिल्म निर्माता का क्या कहना है।आनंद एल राय कहते हैं, “निल बटे सन्नाटा हमेशा एक विशेष फिल्म रहेगी। जब मैंने पहली बार स्क्रिप्ट पढ़ी, तो मुझे यकीन था कि मैं यह फिल्म बनाना चाहता हूं।