उमेश पाल की इसी साल फरवरी में प्रयागराज में गोली मारकर कर दी गई थी हत्या
लखनऊ । उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने उमेश पाल के आवास पहुंचकर उन्हें श्रद्धांजलि दी। उमेश पाल की इसी साल फरवरी में प्रयागराज में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। मौर्य ने बाद में संवाददाताओं से कहा कि मैं उनके घर उनकी हत्या के बाद नहीं जा सका था। उनके परिवार का प्रत्येक सदस्य मेरे परिवार के सदस्य की तरह है। मैं यहां उन्हें श्रद्धांजलि देने और उनके परिवार के सदस्यों से बात करने आया था। सरकार की ओर से कदम उठाए हैं, ताकि जहां तक परिवार की सुरक्षा का सवाल है, कोई ढिलाई न बरती जाए।उन्होंने कहा कि सरकार ने प्रयागराज और उत्तर प्रदेश को अपराध मुक्त रखने के लिए प्रयास किए हैं और ये आगे भी जारी रहेंगे। गौरतलब है कि प्रयागराज के धूमनगंज इलाके में इसी साल 24 फरवरी को उमेश पाल और उनके दो पुलिस सुरक्षाकर्मियों की उनके घर के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। उमेश पाल वर्ष 2005 में हुई बसपा विधायक राजू पाल की हत्या के मामले में मुख्य गवाह थे।
उमेश पाल की पत्नी जया पाल की शिकायत पर 25 फरवरी को पूर्व सांसद अतीक अहमद, उसके भाई अशरफ, पत्नी शाइस्ता परवीन, दो बेटों, गुड्डू मुस्लिम और गुलाम और नौ अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। अतीक अहमद को पिछली 28 मार्च को प्रयागराज की एक अदालत ने वर्ष 2006 में उमेश पाल के अपहरण के मामले में दोषी ठहराते हुए आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी। अतीक और अशरफ को उमेश पाल की हत्या के मामले में पूछताछ के लिए प्रयागराज लाया गया था पिछली 15 अप्रैल को मेडिकल परीक्षण के लिए ले जाए जाते वक्त तीन हमलावरों ने दोनों की ताबड़तोड़ गोली मारकर हत्या कर दी थी। अतीक अहमद और अशरफ के मारे जाने को लेकर आतंकी संगठन अलकायदा से कथित खतरे के बारे में पूछे जाने पर उपमुख्यमंत्री मौर्य ने कहा, पुलिस पर पूरा भरोसा है। यह प्रदेश के 25 करोड़ लोगों के लिए सुरक्षा कवच है। हमारी पुलिस धमकी देने वालों से निपटने के लिए पर्याप्त रूप से सक्षम है।