लाड़ली बहना योजना से बहनें होंगी आर्थिक सशक्त, समाज में बढ़ेगा मान-सम्मान : मुख्यमंत्री चौहान
नारायणगंज में जुलाई से शुरू होगा कॉलेज एवं निवास अस्पताल का होगा उन्नयन
224 करोड़ से अधिक के विकास कार्यों का हुआ लोकार्पण एवं भूमि-पूजन
राज्यपाल और मुख्यमंत्री मंडला जिले के देवरीकला में महिला महासम्मेलन में हुए शामिल
भोपाल । राज्यपाल मंगुभाई पटेल एवं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान मंडला जिले के निवास क्षेत्र के जेवरा (देवरीकला) में मुख्यमंत्री लाड़ली बहना महासम्मेलन एवं भू-अधिकार आवासीय पत्र वितरण कार्यक्रम में शामिल हुए। राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में महिला सशक्तिकरण की दिशा में अनेक कार्य हो रहें हैं। इसी का परिणाम हैं कि आज महिलाएँ पंचायत भवन से लेकर राष्ट्रपति भवन तक नारी शक्ति के रूप में अपना परचम लहरा रही हैं। उन्होंने कहा कि महिलाओं को प्रधानमंत्री मातृ वंदना, प्रधानमंत्री उज्जवला और प्रधानमंत्री आवास योजना जैसी कल्याणकारी योजनाओं का लाभ मिलने से अब वह आर्थिक एवं सामाजिक रूप से सशक्त हुई हैं। प्रदेश में मुख्यमंत्री लाड़ली बहना जैसी अभिनव योजना के क्रियान्वयन से अब महिलाओं को आर्थिक सुरक्षा मिलेगी, उनका स्वावलंबन और मान-सम्मान बढ़ेगा।
राज्यपाल पटेल ने कहा कि केंद्र एवं राज्य सरकार द्वारा जनजातीय क्षेत्र के विकास के लिए उल्लेखनीय प्रयास किए जा रहे हैं। राज्यपाल ने कहा कि मध्यप्रदेश के सभी 89 आदिवासी विकासखंडों में पेसा अधिनियम का क्रियान्वयन होने से ग्राम सभाएँ सशक्त हुई हैं। सभी ग्राम सभाएँ अधिनियम के अनुसार अपने दायित्वों का पूरी जिम्मेदारी से निर्वहन करते हुए अपने ग्राम के विकास में योगदान करें।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि लाड़ली बहना योजना गरीब बहनों की जिन्दगी बदलने वाली योजना है।
मुख्यमंत्री चौहान ने केन्द्रीय इस्पात एवं ग्रामीण विकास राज्य मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते की मांग पर नारायणगंज में जुलाई माह से महाविद्यालय प्रारंभ करने, मनेरी औद्योगिक क्षेत्र का विकास करने तथा निवास में अस्पताल का उन्नयन करने की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने किसी किसान के खेत को नुकसान पहुँचाये बिना 4 लिफ्ट एरिगेशन के माध्यम से नर्मदा नदी के पानी को किसानों के खेत तक पहुँचाने की परियोजना बनाने की बात कही।
पेसा नियम जनजातीय कल्याण से जुड़ा अधिनियम
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि प्रदेश के सभी 89 आदिवासी विकासखंडों में पेसा नियम का क्रियान्वयन कर स्थानीय निवासियों को जल, जंगल, जमीन के अधिकार देते हुए ग्रामसभाओं को सशक्त किया गया है। पेसा नियम के तहत ग्रामों में शांति एवं विवाद निवारण समितियों का गठन कर छोटे-मोटे विवाद अब पंच निर्णय के आधार पर निपटाए जाने लगे हैं। पुलिस अधीक्षक मंडला ने बताया कि जिले में 85 मामले बगैर एफआईआर दर्ज किए शांति एवं विवाद निवारण समिति द्वारा स्थानीय स्तर पर निराकृत किए गए हैं।
जमीन का पट्टा देकर बना रहे जमीन का मालिक
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि जिन गरीबों के पास रहने की जगह नहीं हैं। उनके लिए मुख्यमंत्री आवासीय भू-अधिकार योजना बनाई गई है। ऐसे लोगों को जमीन का पट्टा देकर जमीन का मालिक बनाया जा रहा है।
विकास कार्यों का भूमि-पूजन-लोकार्पण और हितलाभ वितरण
राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने 224 करोड़ रूपए से अधिक के विकास कार्यों का भूमि-पूजन-लोकार्पण किया। साथ ही शासन की विभिन्न जन-कल्याणकारी योजना से लाभान्वित होने वाले हितग्राहियों को हितलाभ वितरण किया। राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने विकास प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया। राज्यपाल पटेल एवं मुख्यमंत्री चौहान को बहनों ने राखी भेंट की। साथ ही स्व-सहायता समूह की दीदियों द्वारा स्थानीय उत्पाद भेंट किये गये।
कार्यक्रम में पूर्व राज्यसभा सांसद श्रीमती संपतिया उईके, जिले के प्रभारी मंत्री बिसाहूलाल सिंह, विधायक मंडला देवसिंह सैयाम, जिला पंचायत अध्यक्ष संजय कुशराम, नगर पालिका अध्यक्ष विनोद कछवाहा, जन-प्रतिनिधि सहित बड़ी संख्या में बहनें और नागरिक उपस्थित थे।
जनसेवा मित्रों, पेसा समन्वयक तथा जन अभियान परिषद के सदस्यों से संवाद
राज्यपाल मंगुभाई पटेल और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सीएम जन-सेवा मित्र, पेसा समन्वयक तथा जन अभियान परिषद के सदस्यों के साथ संवाद भी किया।
पेसा नियम को सरल भाषा में समझाएँ
मुख्यमंत्री चौहान ने पेसा समन्वयकों से कहा कि पेसा नियम जनजातीय कल्याण के उद्देश्य से लागू किया गया है। इसका जमीनी स्तर तक प्रभावी क्रियान्वयन आवश्यक है। उन्होंने कहा कि समन्वयक नियम को सरल भाषा में एवं सहज तरीके से समझाएँ।
10 मई से चलेगा विशेष अभियान
मुख्यमंत्री चौहान ने संवाद कार्यक्रम में बताया कि आगामी 10 मई से समस्या निवारण के लिए विशेष अभियान प्रारंभ किया जा रहा है। अभियान के दौरान गाँव में ही शिविर लगा कर ग्रामीणों की समस्या का स्थानीय स्तर पर ही निदान किया जायेगा। जन-सेवा से जुड़े इस कार्य को पूरी आत्मीयता के साथ करें।