अदाणी ट्रांसमिशन को बोर्ड ने दी बाजार से एक अरब डॉलर जुटाने की मंजूरी

नई दिल्ली । अदाणी समूह की ट्रांसमिशन कंपनी को इसके बोर्ड ने बाजार से एक अरब डॉलर (85 अरब रुपए) जुटाने की मंजूरी दी है। इस संबंध में कंपनी ने कहा था ‎कि अदाणी ट्रांसमिशन योग्य संस्थागत क्रेताओं (क्यूआईबी) व दूसरे मान्य तरीकों से इक्विटी शेयर बेचकर धन जुटाने की योजना बना रहा है। इसके साथ ही कंपनी के प्रवक्ता ने बताया कि समूह की प्रमुख कंपनी अदाणी एंटरप्राइजेज ‎लिमिटेड और इसकी नवीकरणीय-ऊर्जा शाखा अदाणी ग्रीन एनर्जी ‎लिमिटेड को भी धन जुटाने के प्रस्तावों पर विचार करने के लिए शनिवार को बोर्ड की बैठक आयोजित करनी थी, लेकिन ये बैठकें फिलहाल 24 मई तक स्थगित कर दी गई हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक तीनों कंपनियों के जरिये अदाणी समूह कुल 5 अरब डॉलर जुटाना चाहता है। जनवरी में अदाणी समूह के खिलाफ अमेरिकी शॉर्ट सेलिंग कंपनी हिंडनबर्ग ने कई तरह के आरोप लगाए थे, जिसके बाद समूह की तमाम कंपनियों के शेयरों के मूल्यों में भारी गिरावट आई थी। अदाणी समूह ने हिंडनबर्ग के सभी आरोपों को खारिज कर मुकदमा दायर करने की चेतावनी दी थी। फिलहाल, इस मामले में जहां बाजार नियामक सेबी जांच कर रहा है, वहीं सुप्रीम कोर्ट ने भी एक विशेषज्ञ समूह को जांच का आदेश दिया है। इस सबके बीच अदाणी समूह के लिए मॉरिशस से अच्छी खबर यह आई कि वहां के वित्त मंत्री महेन कुमार सीरुत्तन ने अदाणी समूह पर हिंडनबर्ग की तरफ से लगाए आरोपों को खारिज कर दिया। जनवरी में हिंडनबर्ग ने आरोप लगाया था कि अदाणी समूह की मॉरिशस में 38 शेल कंपनियां है, जिनका नियंत्रण गौतम अदाणी के भाई विनोद अदाणी के हाथों में है।