पार्षद मूलभूत कार्यकर्ता; अपने शहर के लिए क्या कर सकते हैं, इस पर दलगत राजनीति से ऊपर विचार करें : सुमित्रा महाजन

इन्दौर । आप लोग पार्षद हो, आप ही मूलभूत कार्यकर्ता हो। दलगत राजनीति से ऊपर उठकर अपने क्षेत्र को क्या दे सकते हैं उस पर चर्चा करें। सबको साथ लेकर काम करें, सामाजिक संगठनों का सहयोग लें और छोटी-छोटी बातों से नवाचार करें।
यह बात पूर्व लोक सभा स्पीकर श्रीमती सुमित्रा महाजन ने शहर के पार्षदों की बैठक को संबोधित करते हुए कही। आपने कहा कि मेरे मन में कई दिनों से यह बात उठ रही थी कि शहर के कुछ छोटे लेकिन मूलभूत मुद्दे हैं जिन पर ध्यान देने की जरूरत है। इनका समाधान पार्षद ही कर सकते हैं, इसलिए आप सभी को आमंत्रित किया है। मैं जिन कामों को करने की अपेक्षा आपसे कर रही हूं उन्हें इन्दौर के जिम्मेदार नागरिक की हैसियत से करना है। अपनी सोच दूर तक कैसे जाए, कैसे हम आम जनता, सामाजिक संगठन, रहवासी संघों का सहयोग लेकर जनहित के छोटे लगने वाले गंभीर काम कर सकें, इसके लिए मैं अपने अनुभव से कुछ बिंदु दे रही हूं।
बारिश के पहले पाने क्षेत्र के नालों की सफाई करवाना जरूरी है। सहयोगियों को साथ लेकर उनकी जिम्मेदारी तय करें। लोगों से बातचीत ज्यादा जरूरी है। आपने कहा कि ठेले वालों कहीं व्यवस्थित तरीके स्थापित करने की जरूरत है। हर वार्ड में खाली जमीन निकल आएगी वहां आप इन्हें व्यवस्थित कर दे सकते हैं। ठेला का अर्थ पहिया लगी हुई चलायमान चीज। फिर उन्हें एक स्थान पर क्यों खड़ा होना चाहिए। आप ठेले वाले को संरक्षण देंगे तो जितनी दुआ वह देगा उससे ज्यादा बददुआ आम राहगीरों की झेलना पड़ेगी। आपने कहा कि हम संकल्प ले लें कि चलते रस्ते खरीददारी नहीं करेंगे। तो भी यह लोग हतोत्साहित होंगे। क्या हम इस बात को आंदोलन के रूप में नहीं ले सकते?
ताई ने कहा कि उद्यान सांस लेने की जगह है, हमें इनका संधारण करना चाहिए। वरिष्ठ लोगों के लिए बगीचे अथवा हाल में बुजुर्गों का कोना बनाना चाहिए। कई दंपति शहर में अकेले रहते हैं, उन्हें सुरक्षा और साथ देने में हमें अग्रणी रहना चाहिए।
प्रारम्भ में अशोक डागा ने प्रस्तावना रखी। कमल वाघेला ने ताई के अनुभवों के बारे में बताया। कार्यक्रम में एम आई सी सदस्य राजेश उदावत, नंदकिशोर पहाड़िया, पार्षद मुद्रा शाष्त्री, अनवर कादरी, उस्मान पटेल, कंचन गिदवानी, निशा देवलिया तथा कांग्रेस पार्षद सुनीता मिमरोट ने अपने सुझाव रखे। कई पार्षद भी उपस्थित थे। अंत में आभार सुधीर देड़गे ने प्रस्तुत किया।
:: अहिल्या स्मारक के लिए जन जन से एकत्रित करेंगे राशि, आप 85 लोग मेरे कार्यकर्ता ::
मीडिया प्रभारी रामस्वरूप मूंदड़ा ने बताया कि कार्यक्रम के दौरान ताई ने लालबाग के पास प्रस्तावित अहिल्या स्मारक के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि वहां अहिल्या बाई के कृतित्व एवं व्यक्तित्व के बारे संपूर्ण जानकारी सहेजने का प्रयास रहेगा। जमीन देने के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का आभार प्रकट करते हुए आपने कहा कि संपूर्ण जमीन का सीमांकन हो जाए तो आप सभी को वहां बुलाउंगी और सुझाव भी लूंगी।
आपने कहा कि मेरा मन है कि इस स्मारक के निर्माण के लिए इन्दौर के जन जन से पैसा जुटाउंगी। आप सभी 85 पार्षद मेरे कार्यकर्ता हैं। मैं एक एक वार्ड में जाउंगी और जन जन से पैसा एकत्रित करूंगी ताकि लोग देवी अहिल्या बाई से पूरे मन और श्रद्धा से जुड़ सकें।