दु:ख-1

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ईश्वर ने पृथ्वी बनाने 

से पहले दु:ख बनाया था ! 

और उसके बाद बनाया 

स्त्री को !

ताकि, स्त्री पृथ्वी के दु:ख को

 समझ सके !

ईश्वर ने जब पृथ्वी बनाई और 

दु:ख भी 

तब उसको सहने की ताकत केवल 

स्त्री को दिया l

 तभी तो दुनिया भर के दु:ख उठाती है , स्त्री!  

मीलों पैदल चलकर , पहाड़ फलांगती 

कुँओं और तालाब से भरकर लाती है पानी , 

तब जब आसमान आग उगल रहा होता है l

धरती की  कोख उगल रही होती है लावा ! 

महेश कुमार केशरी 

मेघदूत मार्केट फुसरो

 बोकारो झारखंड 

पिन-829144