सामाजिक समरसता और विभिन्न वर्गों में आत्मीयता के भाव बढ़ाने के उद्देश्य आयोजित स्नेह यात्रा पहुंची शहर की बस्तियों में

:: नागरिकों ने पुष्पवर्षा कर किया स्वागत ::
:: समाजजनों ने सामाग्री एकत्रित कर समाज को कराया समरसता भोज ::
इन्दौर । सामाजिक समरसता और समाज के विभिन्न वर्गों में आत्मीयता के भाव बढ़ाने के उद्देश्य को लेकर आयोजित स्नेह यात्रा ने इन्दौर शहर की विभिन्न बस्तियों का सघन भ्रमण किया। इस यात्रा में मुख्य रूप से शामिल अंखड धाम आश्रम हरिद्वार के श्री परमानंद गिरी जी महाराज ने बस्तियों के लोगों से सीधा संवाद किया और उन्हें समाज में एकजुटता और समभाव के साथ रहने का संदेश दिया। उन्होंने अन्य संतों के साथ बस्तियों में लोगों के साथ भोजन भी किया।
मध्यप्रदेश जन अभियान परिषद् जिला इन्दौर के सहयोग से स्नेह यात्रा का आयोजन नगर की बस्तियों में किया गया। यात्रा में अखण्ड धाम आश्रम हरिद्वार के स्वामी श्री परमानंद गिरी जी महाराज विशेष रूप से मौजूद रहे। उन्होंने बस्तियों में पहुंचकर उपस्थित जनसमुदाय को स्नेह यात्रा के उद्देश्यों की जानकारी दी। बताया गया कि यह यात्रा देश के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की प्रेरणा से निकाली जा रही है। यात्रा का आयोजन राज्य शासन के द्वारा जन अभियान परिषद् के सहयोग से किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सभी वर्गों को समान रूप से जीवन जीने का अधिकार है। संसार में मनुष्य ही ऐसा प्राणी हैं जिसमें अत्यधिक संवेदनाएं हैं। अन्य प्राणियों मे संवेदनाओं की कमी हैं। हमें एकजुटता और समभाव के साथ रहना चाहिए। हम सब एक है, यह भाव समाज में अनिवार्य रूप से हो। यात्रा में स्थानीय सामाजिक कार्यकर्ता श्री हेमंत मालवीय, श्री विजय गौड़, श्री श्यामसुंदर चौधरी, श्रीमती भावना चौधरी, श्री अमरनाथ शुक्ला, श्री अजय वैशंपायन, नवांकुर समिति से श्रीमती रचना छापेकर, श्री राजेश तंवर, श्री दिनेश केलवा, श्री हेमंत शर्मा के साथ ही मेन्टर्स, प्रस्फुटन समिति सदस्य एवं मुख्यमंत्री सामुदायिक नेतृत्व क्षमता विकास पाठ्यक्रम के छात्र उपस्थित रहे। गुरूवार को स्नेह यात्रा के तहत मरीमाता के बगीचे में समरसता भोज का आयोजन किया गया। इसके तहत समस्त सामग्री समाज से एकत्र कर खिचड़ी का वितरण किया गया। स्नेह यात्रा नगर के वाल्मीकि नगर, लुनियापुरा, राधे गोविन्द का बगीचा, मरीमाता का बगीचा एवं बलाई मोहल्ला में आयोजित की गई। स्नेह यात्रा का क्षेत्र के रहवासियों ने पुष्प वर्षा से स्वागत किया और पूज्य गुरुदेव के चरण पूजन एवं आरती भी की गई।