नई दिल्ली । पूर्व क्रिकेटर संजय मांजरेकर ने कहा है आगामी एकदिवसीय विश्वकप से पहले बल्लेबाज सूर्यकुमार यादव को लेकर कोई फैसला करना होगा। मांजरेकर के अनुसार सूर्यकुमार टी20 में बेहद सफल रहे हैं और कभी भी मैच का रुख बदलने की क्षमता उनमें है पर एकदिवसी में वह अब भी अधिक सफल नहीं हुए हैं। इसलिए उनको शामिल करने से पहले देखना होगा कि वह सभी मानकों पर खरे उतरते हैं या नहीं। मांजरेकर ने सूर्यकुमार के टूर्नामेंट में खेलने को लेकर कहा, ‘यह बल्लेबाज अगर अच्छी फॉर्म में हो तो अधिकांश मामले सुलझ जाते है। टीम प्रबंधन उनके नाम पर विचार करेगा हालांकि 50 ओवर के क्रिकेट में वह वैसा प्रभाव नहीं छोड़ पाया है जैसा टी20 में उसने दिखाया है इसलिए उसे खिलाना एक लालच के समान है क्योंकि जब पारी में 15 से 17 ओवर बचे हों और वह मैदान पर उतरे तो मैच का रुख बदल सकता है।
उन्होंने कहा, ‘भारत को इस मामले का हल निकालना होगा कि वे सूर्यकुमार को शामिल करना चाहते हैं या नहीं। मांजरेकर ने साथ ही कहा कि अगर विश्वकप में भारत को अच्छा प्रदर्शन करना हे तो तेज गेंदबाजी ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या को काफी गेंदबाजी करनी होगी। उन्होंने कहा, ‘पांड्या की गेंदबाज फॉर्म थोड़ी चिंता की बात है। इसका कारण है कि विश्व कप में आपको काफी कड़ी मेहनत करनी होती है। ऐसे में आपको एक ऑलराउंडर के रूप में उसकी जरूरत है। केवल बल्लेबाज के रूप में नहीं, इसलिए उसे प्रत्येक पारी में कम से कम छह से सात ओवर फेंकने होंगे। मांजरेकर ने कहा, ‘जब भारत ने 2011 में विश्व कप जीता था तब सुरेश रैना और युवराज सिंह ने भी बीच के ओवरों में गेंदबाजी की थी।