स्वतंत्रता सेनानी परिजन घर-घर सुनाएंगे कांग्रेस की गौरवमयी गाथा

विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस की नई रणनीति
(महेश दीक्षित)
भोपाल । मध्यप्रदेश के विधानसभा चुनाव में वोटर्स को साधने के लिए भाजपा-कांग्रेस और अन्य राजनीतिक दल कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। भाजपा ने स्वतंत्रता संग्रामी सेनानियों के घरों की मिट्टी लाने का अभियान शुरू किया है, तो कांग्रेस ने प्रदेशभर में स्वतंत्रता संग्राम सेनानी परिवार गठित करने की मुहिम शुरू की है। कांग्रेस इन स्वतंत्रता सेनानी परिवारों के जरिए जनता के बीच जाएगी। उसे स्वतंत्रता संग्राम में कांग्रेस, उनके नेताओं के योगदान, बलिदान और गौरवमयी इतिहास को बताएगी।
कांग्रेस स्वतंत्रता संग्राम सेनानी परिवार के प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र गुप्ता ने बताया कि कांग्रेस ने प्रदेश के सभी 55 जिलों में स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों और उनके परिवारों के दूसरी-तीसरी पीढ़ी के युवाओं को एकजुट करने का काम शुरू किया है। इसकी शुरूआत पिछले महीने अगस्त क्रांति दिवस से जबलपुर से स्वतंत्रता संग्राम सेनानी रतनचंद्र नामदेव के पुण्य स्मरण दिवस से की जा चुकी है। अब तक प्रदेश के पंद्रह जिलों में कांग्रेस स्वतंत्रता संग्राम सेनानी परिवार गठित किए जा चुके हैं। इन स्वतंत्रता सेनानी परिवारों मेें पार्टी ने प्रदेशभर के एक हजार स्वतंत्रता सेनानियों, उनके परिवारों के दूसरी-तीसरी पीढ़ी के युवाओं को जोडऩे का लक्ष्य रखा है। वे कहते हैं कि स्वतंत्रता संग्राम सेनानी और उनके परिवारजन कांग्रेस के लिए अनमोल धरोहर हैं।
-स्वतंत्रता सेनानी परिजन बताएंगे कांग्रेस की गौरव गाथा
विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस स्वतंत्रता सेनानी परिवार के जन जनता के बीच जाएंगे और भारत के स्वतंत्रता आंदोलन में कांग्रेस के नेताओं के योगदान, बलिदान और उनके गौरवमयी इतिहास बताएंगे। भूपेन्द्र गुप्ता कहते हैं कि मोदी सरकार जिस तरह से कांग्रेस के गौरवमयी इतिहास को झुठलाकर उसे बदलने का प्रयास कर रही है, कांग्रेस के स्वतंत्रता सेनानी परिवार उसका विरोध करेंगे और जनता को उसकी सच्चाई बताएंगे।
-स्वतंत्रता सेनानियों के परिवारों को राष्ट्रीय परिवार का दर्जा मिले
भूपेन्द्र गुप्ता कहते हैं कि मोदी सरकार स्वतंत्रता आंदोलन के सेनानियों के घरों की मिट्टी को एकत्र कर रही है, यह स्वतंत्रता सेनानियों के सम्मान की फौरी पहल है। यदि यह कहा जाए कि, भाजपा स्वतंत्रता सेनानियों की गौरवमयी गाथा का ढोंग कर रही है, तो गलत नहीं होगा। उन्होंने कहा कि यदि मोदी सरकार वाकई स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को सम्मान देना चाहती है, तो इसके लिए उसे स्वतंत्रता सेनानियों के, जहां उनका जन्म हुआ, वहां उनके नाम के पत्थर लगाने चाहिए। इसके साथ स्वतंत्रता सेनानी परिवारों को राष्ट्रीय परिवार मानकर सम्मानित करना चाहिए।