मोहाली । मोहाली में होने वाले पहले वनडे से पहले भारत के मुख्य कोच राहुल द्रविड़ ने कहा है कि अगर विश्व कप के लिए जाने वाले किसी भी खिलाड़ी को चोट की चिंता होती है तो टीम प्रबंधन हमेशा आर अश्विन को ध्यान में रखता है। ऑफ स्पिनर करीब 18 महीने तक वनडे नहीं खेले हैं लेकिन ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज के लिए उन्हें वनडे टीम में चुना गया है। उन्होंने कहा कि यह वरिष्ठ ऑफ स्पिनर के लिए किसी प्रकार का परीक्षण नहीं है। अश्विन भले ही वनडे विश्व कप 2023 के लिए भारत की संभावित टीम में नहीं है लेकिन एशिया कप में अक्षर पटेल को लगी चोट के बाद उनका नाम फिर से ऊपर आ गया। अश्विन ने 2018 से अब तक केवल 2 वनडे खेले हैं, लेकिन द्रविड़ का कहना है कि विश्व कप से पहले चोट की चिंता होने पर टीम प्रबंधन ने हमेशा एक ऑफ स्पिनर लाने पर विचार किया था।
अक्षर को एशिया कप 2023 में बांग्लादेश के खिलाफ सुपर 4 मैच के दौरान चोट लगी थी। अक्षर ने श्रीलंका के खिलाफ फाइनल नहीं खेल पाए थे। उनकी जगह टीम में वाशिंगटन सुंदर को रखा गया था। हालांकि इस मैच में सुंदर को क्षेत्ररक्षण, गेंदबाजी या बल्लेबाजी का मौका नहीं मिला क्योंकि मोहम्मद सिराज के श्रीलंका की टीम को 50 रन पर ढेर कर दिया था। द्रविड़ ने गुरुवार को मोहाली में कहा कि हम अश्विन को विश्व कप से पहले जरूरत पड़ने पर 2-3 मैच खेलने का अवसर देंगे। द्रविड़ ने कहा कि यह एक अच्छी बात है। यदि हमारे पास अच्छा खिलाड़ी है, तो हम उसे किसी भी चरण में बुला सकते हैं। यह उनके लिए भी खुद को परखने का एक अच्छा मौका है क्योंकि वह लंबे अंतराल के बाद वनडे टीम में वापसी कर रहे हैं। मैं यह नहीं कहूंगा कि यह उनके लिए एक ट्रायल जैसा है। हमें उनकी खूबियां पता है। वैसे भी ऑफ स्पिनर लगातार कप्तान रोहित शर्मा के संपर्क में है।
अश्विन ने तब सुर्खियां बटोरीं जब उन्होंने एशिया कप के दौरान सफेद गेंद से प्रशिक्षण के लिए राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी के कोच वीवीएस लक्ष्मण के साथ संपर्क किया। अटकलें लगाई जा रही थीं कि एनसीए में अश्विन का कार्यकाल उनकी वनडे वापसी से जुड़ा है और यह सब तब समझ में आया जब वह ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे टीम में लौटे। भारत 22 सितंबर से मोहाली में 3 वनडे मैचों की सीरीज ऑस्ट्रेलिया से खेलेगा।