कांग्रेस स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक 3 अक्टूबर को दिल्ली में,

100 उम्मीदवारों के नामों पर लग सकती है मुहर25 विधायकों के काटेगी टिकट, 40 नए चेहरों पर दांव लगाएगी कांग्रेस
भोपाल, । मध्य प्रदेश की 79 विधानसभा सीटों पर भाजपा ने भले ही प्रदेश के तीन केंद्रीय मंत्रियों, सात सांसदों सहित तमाम दिग्गजों को चुनाव मैदान मैदान में उतार दिया है, लेकिन कांग्रेस इससे जरा भी बेचैन नहीं दिखाई दे रही है और न उम्मीदवारों के चयन को लेकर कोई जल्दबाजी दिखा रही है। हालांकि कांग्रेस उम्मीदवारोंं के नामों पर मंथन के लिए कल 3 अक्टूबर को दिल्ली में कांग्रेस स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक हो रही है। स्क्रीनिंग कमेटी के अध्यक्ष भंवर जितेंद्र सिंह, प्रदेश चुनाव प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला, पीसीसी चीफ कमलनाथ, कांग्रेस नेता सुरेश पचौरी, अरुण यादव और अजय सिंह सहित स्क्रीनिंग कमेटी के सदस्यों की मौजूदगी में होने वाली इस बैठक मेें उम्मीदवारों के नामों पर मंथन किया जाएगा। बैठक में 100 उम्मीदवारों के नामों पर मुहर लगने की संभावना है। जिसमें 60 वर्तमान विधायकों और 40 नए चेहरों को जगह दी जा सकती है।
कांग्रेस के सूत्रों के अनुसार भाजपा द्वारा तीन केंद्रीय मंत्रियों और सात सांसदों सहित तमाम दिग्गजों को विधानसभा चुनाव के मैदान में उतारने के बाद कांग्रेस पार्टी अब भाजपा के दिग्गज उम्मीदवारों को कैसे घेरा जाए? इस योजना पर काम कर रही है। इसके लिए कांग्रेस अपनी चुनावी रणनीति में बदलाव करने जा रही है। तथा कांग्र्रेस अब नवरात्रि में 15 अक्टूबर के बाद उम्मीदवारों की पहली सूची जारी करने पर विचार कर रही है। जिसमें कांग्रेस 100 उम्मीदवारोंं के नामों का ऐलान कर सकती है।

-20 से 25 विधायकों के कटेंगे टिकट
कांग्रेस के वर्तमान में 95 विधायक हैं। इसमें से राहुल गांधी और कमलनाथ के अलग-अलग सर्वे में जिन 25 वर्तमान विधायकों की परफारमेंस रिपोर्ट खराब आई हैं, उनके इस बार चुनाव मेें टिकट कट सकते हैं। इसके अलावा दर्जनभर ऐसे संदिग्ध विधायक, जिनकी लगातार भाजपा के लोगों से मेल-मुलाकात की चर्चाएं हंै, से भी पार्टी परहेज कर सकती है।

-जिताऊ और युवा चेहरों पर दांव
पार्टी सूत्रों के अनुसार कमलनाथ ने अपने सर्वे में जिताऊ उम्मीदवारों के नामों को लेकर अपने जिला अध्यक्षों और स्थानीय कार्यकर्ताओं से फीडबैक लिया। जिसके आधार पर पार्टी ने उम्मीदवारों के चयन का फार्मूला सिर्फ जिताऊ उम्मीदवार तय किया है। जिसमें इस बार पार्टी चुनाव में नए युवा चेहरोंं और ज्यादा से ज्यादा महिलाओं को मौका दे सकती है।