गंगटोक । मंगलवार की देर रात सिक्किम में बड़ा हादसा हो गया है। यहां ल्होनक झील के ऊपर बादल फटने से लाचेन घाटी में तीस्ता नदी में बाढ़ जैसे हालात बने और लगभग दो दर्जन सेना के जवान लापता हो गए। सेना के कुछ प्रतिष्ठान फ्लैश फ्लड की चपेट में आ गए, जिस कारण यह हादसा हुआ। आर्मी की कई गाड़ियां पानी में डूब गईं। डिफेंस पीआरओ गुवाहाटी ने इस घटना के बारे में एक बयान जारी कर जानकारी दी। लापता जवानों की तलाशी के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है।
रक्षा जनसंपर्क अधिकारी के बयान के अनुसार ल्होनक झील के ऊपर बादल फटे और तीस्ता नदी में भयानक बाढ़ आ गई। जिसके कारण सैन्य ठिकानों पर पानी भर गया और कई 41 गाडियों में भी पानी भर गया। इसकी वजह ये है कि चुंगथांग बांध से पानी छोड़े जाने के कारण नीचे की ओर 15-20 फीट की ऊंचाई तक जल स्तर अचानक बढ़ गया।अचानक आई बाढ से हुए नुकसान का जायजा लेने सिक्किम के मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग पहुंचे और उन्होने राहत एवं बचाव के लिए जरुरी निदेश दिए। बीजेपी नेता उग्येन शेरिंग ग्यात्सो भूटिया ने कहा, ‘सिंगताम में कोई जानमाल का नुकसान नहीं हुआ है लेकिन सार्वजनिक संपत्तियों को नुकसान पहुंचा है। कुछ लोगों के लापता होने की जानकारी है। उन्हें खोजने की कोशिशें जारी हैं। सिक्किम के मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग ने आज सुबह भी सिंगताम में परस्थिति का जायजा लिया।
बादल फटने से हो रही तेज बारिश के कारण राहत एवं बचाव कायो में दिक्कत का सामना पड़ रहा है। इसके बाद भी रेस्क्यू लगातार चल रहा है और अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए है। बता दें कि खबरों के मुताबिक तेज बारिश के चलते दार्जिलिंग, सिलीगुड़ी में भी बाढ़ के हालात बन गए हैं। यहां तीस्ता नदी ने रौद्र रुप धारण कर लिया है जिसके कारण पानी का बहाव भी तेज हो गया हि। जिसके कारण कॅलिम्पांग नेशनल हाइवे का हिस्सा बह गया है। साथ ही आस के कई इलाको का संपर्क टूट गया है।