हांगझोऊ । भारतीय जोड़ी ने तीरंदाजी में बुधवार को गोल्ड मेडल हासिल कर आज के दिन की बेहतर शुरुआत की है। चीन के हांगझोऊ में चल रहे एशियाई खेलों में भारत की ज्योति सुरेखा वेन्नम और ओजस प्रवीण देवताले की जोड़ी ने यह करिश्मा किया है। उन्होंने तीरंदाजी की कंपाउंड मिक्स्ड टीम इवेंट में यह गोल्ड जीता है। भारतीय जोड़ी ने दक्षिण कोरिया की सो चेचान और जू जेहून की जोड़ी को 159-158 से हराया है। गौरतलब है कि भारत का एशियाई खेलों में यह 16वां गोल्ड मेडल है। इसके साथ ही भारत ने किसी एक एशियन गेम्स में जीते गोल्ड के रिकॉर्ड की बराबरी कर ली है। बता दें कि जकार्ता एशियाई खेलों में भी भारत ने 16 गोल्ड मेडल जीते थे। भारत के दोनों तीरंदाजों ने 16 में से 14 शॉट्स में 10 प्वाइंट हासिल किए और कोरिया को पीछे छोड़ दिया। इससे पहले भी दोनों स्टार्स ने इस बार एशियन गेम्स में शानदार प्रदर्शन किया था। फाइनल में दोनों प्लेयर्स ने कुल 158 का स्कोर हासिल किया जबकि कोरिया के तीरंदाज महज 155 अंक हासिल करने में कामयाब हुए। इसी के साथ भारत ने एशियन गेम्स में अपना ऐतिहासिक प्रदर्शन किया है।
बता दें कि भारत के नाम अब कुल 71 मेडल्स आ चुके हैं। इससे पहले भारत का रिकॉर्ड 70 मेडल का था। भारत की शानदार तीरंदाज ज्योति ने एशियन गेम्स में अपना सपना पूरा कर लिया है। हालांकि साल 2018 में वो गोल्ड मेडल से चूक गई थीं। उस दौरान उन्होंने रजत पदक अपने नाम किया था। इससे पहले ज्योति ने 2014 में कांस्य अपने नाम किया था। कोरिया के खिलाफ ज्योति का महज एक बार निशाना चूका। इसके अलावा उन्होंने सभी तीर 10 प्वाइंट पर मारे। वहीं, ओजस ने भी उनका भरपूर साथ दिया। वे एक के बाद एक तीर निशाने पर मारते नजर आए। 16वें गोल्ड के साथ भारतीय फैंस के बीच खुशी की लहर छा चुकी है।