इन्दौर | जनसुनवाई की अवहेलना करने पर कठोर रुख़ अपनाते हुए कलेक्टर आशीष सिंह के प्रस्ताव पर संभागायुक्त दीपक सिंह द्वारा जिला शिक्षा अधिकारी को निलंबित किया गया है। कलेक्टर द्वारा संयुक्त कलेक्टर विजय मंडलोई को शिक्षा अधिकारी का प्रभार दिया गया है। इंदौर कलेक्टर आशीष सिंह ने सभी अधिकारियों को चेतावनी दी थी कि वे हर जनसुनवाई में आवश्यक रूप से मौजूद रहें। इसके बावजूद जिला शिक्षा अधिकारी सुषमा वैश्य उपस्थित नहीं हुई। इस पर उन्होंने तत्काल प्रभाव से उन्हें सस्पेंड करने के निर्देश दिए। शाम को कलेक्टर के प्रस्ताव पर कमिश्नर दीपक सिंह ने वैश्य को सस्पेंड कर दिया। उनके स्थान संयुक्त कलेक्टर विजय मंडलोई को डीईओ का प्रभार दिया गया है। बता दें कि कलेक्टर ने कल टीएल बैठक आयोजित कर उसमें सभी विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया था कि पेंडिंग केसों का समय-सीमा में गुणवत्तापूर्ण निराकरण करें। प्रत्येक विभाग यह सुनिश्चित करें कि उनके अधिकारी प्रति मंगलवार को आयोजित होने वाली जनसुनवाई में अनिवार्य रूप से उपस्थित होकर नागरिकों की समस्याओं को गंभीरता से सुन उनका संवेदनशीलता के साथ निराकरण करें अगर कोई अपरिहार्य कारण है तो उसके लिए अनुमति लें। टीएल बैठक में कलेक्टर ने यह भी चेतावनी दी थी कि जो अधिकारी जनसुनवाई में गैरहाजिर पाए जाएंगे अथवा प्रकरणों के निराकरण में लापरवाही बरतेंगे, उनके विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने विभागवार प्रकरणों की स्थिति की समीक्षा करते हुए जहां प्रकरण अधिक समय से लंबित हैं, उन पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए थे। इसके बावजूद जिला शिक्षा अधिकारी सुषमा वैश्य अनुपस्थिति रही जिस पर कलेक्टर ने कार्रवाई की।