-नासा के वैज्ञानिकों ने किया खुलासा
वॉशिंगटन । अमेरिका के अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन को सुरक्षित धरती पर गिराने के उपायों पर विचार-मंथन चला रहा है। यह एक ऐसा मिशन है जो देखने में जितना मुश्किल है, उससे कहीं अधिक पेचीदा है। यह खुलासा किया है अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने।
अंतरिक्ष एजेंसी नासा इस मामले को बेहद गंभीरता से ले रहा है, क्योंकि हल्की सी भी गलती हुई तो पृथ्वी पर तबाही आ सकती है। नासा के एयरोस्पेस के सुरक्षा सलाहकार पैनल ने बताया स्पेस स्टेशन को इस तरह से डीऑर्बिट करने की योजना बनाई गई है कि इससे जमीन पर कोई हताहत न हो। स्पेस स्टेशन को डीऑर्बिट करने की नई विधि को ‘स्पेस टग’ के नाम से जाना जा रहा है।
यह एक अंतरिक्ष यान है जिसका उपयोग अंतरिक्ष में मौजूद सामान को एक कक्षा से दूसरी कक्षा में स्थानांतरित करने के लिए किया जाता है। लेकिन एजेंसी के पास इस मिशन के लिए बजट की कमी है, उन्होंने अमेरिका की बाइडन सरकार से अपना अंतरिक्ष बजट बढ़ाने की मांग की है।अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन का निर्माण 1980 के दशक के अंत में 15 वर्षों के लिए किया गया था। लेकिन आईएसएस अंतरिक्ष में अपनी उम्र पूरी कर चुका है और पिछले 24 वर्षों से कक्षा में कार्य कर रहा है। एयरोस्पेस के सुरक्षा सलाहकार ने अपनी ब्रीफिंग में बताया कि आईएसएस का जब आखिरी दिन आएगा तब इसे कंट्रोल करना आसान नहीं होगा। इसलिए, समय से पहले उसे डीऑर्बिट करने की प्लानिंग की जा रही है।
नासा ने बताया कि वह 2030 तक आईएसएस को रिटायर करना चाहता है, लेकिन सुरक्षित रिटायरमेंट सुनिश्चित करने के लिए, आईएसएस को उसकी लैंडिंग के दौरान मार्गदर्शन करने के लिए सटीक गणना की आवश्यकता होगी। आईएसएस का विशाल आकार वैज्ञानिकों के लिए टेंशन का कारण बना हुआ है। यदि इसे सावधानी से नहीं हटाया गया तो यह पृथ्वी के एक बड़े हिस्से की आबादी को तबाह कर सकता