विजयवर्गीय का नामांकन स्वीकृत, कांग्रेसी हुए नाराज

चुनाव आयोग पर लगाया मिलीभगत का आरोप
भोपाल । भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय का नामांकन इंदौर में स्वीकृत हो जाने पर कांग्रेस नेता बेहद नाराज हो गए है। कांग्रेस द्वारा चुनाव आयोग से विजयवर्गीय को लेकर आपत्ति जताई जाने के बावजूद नका नामांकन स्वीकृत हो गया, यह कांग्रेस नेता को नागवार गुजरा। उन्होंने निर्वाचन आयोग और भाजपा की मिलीभगत का आरोप लगाया है। कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता चरणजीत सिंह सपरा ने बुधवार को कहा कि विजयवर्गीय ने बंगाल में खुद पर चल रहे आपराधिक प्रकरण को छुपाया। नामांकन फार्म में यह जानकारी भी नहीं दी कि दुर्ग (छत्तीसगढ़) के एक प्रकरण में वह चार साल से फरार हैं, फिर भी भाजपा की सांठगांठ से विजयवर्गीय का नामांकन स्वीकार कर लिया गया है। ऐसा इसलिए, क्योंकि विधानसभा चुनाव में निर्वाचन अधिकारी भाजपा की बी टीम के रूप में काम कर रहे हैं। रिटर्निंग आफिसर ओम नारायण सिंह ने कांग्रेस के आरोप को गलत बताया है। उन्होंने कहा कि आपत्ति की विधिवत सुनवाई की। आपत्ति के ड्राफ्ट को पढ़ने व सुनने के बाद उस पर विधि अनुसार निर्णय दिया गया। उल्लेखनीय है कि मध्य प्रदेश विधानसभा में इंदौर क्षेत्र-एक से कैलाश विजयवर्गीय भाजपा प्रत्याशी हैं। उनके नामांकन पर कांग्रेस ने आपत्ति दर्ज कराई थी।