इन्दौर गाय माता की नेत्रों से बहने वाली करुणा की धारा से आत्मा निर्मल मन पवित्र और शरीर निरोग हो जाता है उक्त विचार राष्ट्र संत कमल मुनि कमलेश ने सेंट्रल जेल में माता अहिल्या कमल दिवाकर गौशाला भूमि पूजन समारोह को संबोधित करते कहा कि गाय माता की सेवा करने पर कर्मों की निर्जरा होती है मन वांछित फल की प्राप्ति होती है। उन्होंने कहा कि जन्म देने वाली मां तो कुछ समय दूध पिलाती है गाय माता जीवन पर्यंत पिलाती है जन्म देने वाली मां से भी गौ माता अनंत गुना महान है। मुनि कमलेश ने कहा कि गोबर और गोमूत्र पंचगव्य रामबाण औषधि है एक गौ माता की सेवा करना 33 करोड़ देवता की सेवा करने के समान है। राष्ट्र संत ने कहा कि पशुधन का कोई विकल्प नहीं है गाय का विनाश करना संपूर्ण सृष्टि का विनाश करने के समान है।
कार्यक्रम में उपस्थित प्रकाश भटेवरा ने बताया कि जहां संत और गाय माता के चरण से केंद्रीय जेल अहिंसा, करुणा, और वात्सल्य के रूप में तीर्थ के रूप में परिवर्तित हो गई है। मूर्ति पूजक आचार्य पूर्णानंद सागर जी ने एवं उपाध्याय प्रवर ने मंगल आशीर्वाद प्रदान किया।
अखिल भारतीय जैन दिवाकर विचार मंच नई दिल्ली महिला शाखा इंदौर की अध्यक्ष त्रिशला जैन ने कहा की मातृशक्ति गौशाला का संचालन करने का सौभाग्य गुरुदेव की कृपा से मिला है
जेल अधीक्षक अलका सोनकर ने कहा कि गौ सेवा से बंदी के विचारों में अद्भुत परिवर्तन आएगा।
दिवाकर मंच के राष्ट्रीय संरक्षक अशोक मेहता वरिष्ठ मार्गदर्शक रमेश भंडारी राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दिलीप राजपाल इंदौर शाखा के अध्यक्ष सुमति लालवानी ने गौ सेवा का संकल्प लिया
कांतिलाल बम, एडवोकेट सुरेंद्र वर्मा, रतन सोनी, गौरी शंकर जैन, ने विचार व्यक्त किया मुकेश जैन ने आभार व्यक्त किया प्रकाश भटेवर ने संचालन किया चर्चित जैन सुनील कटारिया ने भूमि पूजन किया कार्तिक पूर्णिमा तक गौशाला पूर्ण करने का प्रस्ताव पास किया।