:: तिरूपति बालाजी स्वरूप में दर्शन देंगे वीर अलीजा सरकार, मुंबई के हीरों से जड़ित पोषाक हो रही तैयार ::
इन्दौर । 400 साल पुरानी वीर बगीची में प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी आंवला नवमी पर विशाल अन्नकूट महोत्सव आयोजित किया जा रहा है। महोत्सव को लेकर वीर बगीची में तैयारियों व बैठकों का दौर भी शुरू हो चुका है। वीर बगीची में होने वाले अन्नकूट महोत्सव की थीम साउथ इंडियन रखी गई हैं। जिसमें केल के पत्तों पर भारतीय व्यंजनों को परोसा जाएगा। वहीं अलीजा सरकार को भोग भी केल के पत्ते पर ही लगाया जाएगा।
श्रीश्री 1008 श्री बाल ब्रह्मचारी प्रभुवानन्द सद्गुरू महाराज के शिष्य गादीपति बाल ब्रह्मचारी पवनान्द महाराज ने बताया कि पंचकुईया स्थित वीर बगीची में अन्नकूट की परंपरा अति प्राचीन हैं। वीर बगीची के ब्रह्मचारी कैलाशानंद, ओंकारानंद एवं प्रभुवानंद महाराज के पूर्व से चली आ रही अन्नकूट महोत्सव की परंपरा आज वर्तमान तक जारी हैं। प्रतिवर्ष हजारों की संख्या में भक्त यहां पहुंचकर महाप्रसादी का लाभ लेते हैं। वीर बगीची में 4 पुरानी व 3 नई भट्टियों का निर्माण भी शुरू हो चुका है। इन्हीं भट्टियों पर प्रसादी बनाई जाएगी। इस वर्ष अन्नकूट महोत्सव में 50 हजार भक्तों के लिए भोजन प्रसादी तैयार की जाएगी। जिसकी व्यवस्था की जिम्मेदारी 400 से अधिक भक्तों सौंपी गई है।
:: केल (साउथ थीम) के पत्ते पर महाप्रसादी ::
गादीपति बाल ब्रह्मचारी पवनान्दजी महाराज ने बताया कि वीर बगीची में प्रतिवर्ष अलग-अलग थीम पर अन्नकूट महोत्सव आयोजित किया जाता है। पिछले वर्ष डिस्पोजल पूर्ण रूप से प्रतिबंधित किया गया था। भक्तों को भोजन प्रसादी प्लास्टिक पत्तलों के बजाए पत्ते पर भोजन प्रसादी परोसी गई थी। इस वर्ष अन्नकूट महोत्सव की थीम साउथ इंडियन पर रखी गई है। साउथ इंडियन पत्ते पर भारतीय व्यंजनों का स्वाद यहां आने वाले भक्त ले सकेंगे। अन्नकूट महोत्सव में पुड़ी, नुकती, जलेबी, रामभाजी व सेव का प्रसाद भक्तों को परोसा जाएगा।
:: तिरूपति बालाजी स्वरूप में दर्शन देंगे अलीजा सरकार ::
गादीपति बाल ब्रह्मचारी पवनान्दजी महाराज ने बताया कि आंवला नवमी पर अन्नकूट महोत्सव आयोजित होगा। मंगलवार 21 नवंबर को आयोजित होने वाले महोत्सव के लिए वीर बगीची में तैयारियों का दौर जारी है। वहीं अन्नकूट महोत्सव के दौरान तिरूपति बालाजी स्वरूप में भक्तों को अलीजा सरकार दर्शन देंगे। अलीजा सरकार की पोषाक भी हीरों से बनाई जा रही है। पोषाक के लिए हीरे मुंबई के व्यवसायी द्वारा भेजे गए हैं। अलीजा सरकार की पोषाक 7 से 10 दिनों में बनकर तैयार होगी।
:: महाआरती-फूल बंगला दर्शन व महाप्रसादी ::
गादीपति बाल ब्रह्मचारी पवनान्दजी महाराज ने बताया कि आंवला नवमी पर अन्नकूट महोत्सव की शुरूआत महाआरती के पश्चात की जाएगी। शाम 5 बजे विद्वान पंडि़तो द्वारा वीर अलीजा सरकार की महाआरती की जाएगी। अलीजा सरकार को छप्पन भोग भी इस दौरान लगाया जाएगा। वहीं शाम 6 बजे से भव्य फूल बंगले में अलीजा सरकार भक्तों को दर्शन देंगे। महाआरती के पश्चात अन्नकूट महोत्सव की शुरूआत होगी। अन्नकूट महोत्सव की व्यवस्था एवं भक्तों के दर्शन व फूल बंगला दर्शन की व्यवस्था अलग-अलग रखी गई है। वहीं महिला व पुरूष की व्यवस्थाओं के लिए भक्त मंडल की जिम्मेदारियां सौंपी गई है।
:: यह व्यवस्था रहेगी ::
- वीर अलीजा भक्त मंडल ने आयोजन को लेकर बैठक भी की
- दर्शन से लेकर प्रसादी पाने वालों की अलग-अलग व्यवस्था रहेगी
- केल के पत्तों पर अलीजा सरकार को लगेगा भोग
- अंतिम व्यक्ति आने तक जारी रहेगा अन्नकूट महोत्सव
उमेश/पीएम/20 नवम्बर 2023