-पीएम के स्वागत में तैयार व्यंजन धरे रह गये, चाय-पानी पर रहे ऊर्जामय
अयोध्या । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार की सुबह करीब 11 बजे अयोध्या पहुंचे। अयोध्या धाम रेलवे स्टेशन के लोकार्पण के उपरांत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वापस एयरपोर्ट लौटते समय 8 करोड़ की लागत से बने लता मंगेशकर चौक गए, यहां 28 सितंबर 2022 को लता मंगेशकर की जयंती पर 14 टन वजनी व 40 फीट लम्बी वीणा प्रदर्शित की गई है। साथ ही लता मंगेशकर के 92 साल के जीवन के प्रतीक के रूप में यहां 92 सफेद संगमरमर के कमल बनाए गए हैं। इसे देखकर प्रधानमंत्री मोदी भाव विभोर हो गए। जहां रखी वीणा के बारे में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से जानकारी ली। यहीं से उन्होंने अयोध्या के समूचे जनमानस का अभिवादन किया।
मंच पर पहुंचने से पूर्व उन्होंने राजघाट में मीरा मांझी के घर चाय पी थी। करीब पांच घंटे के कार्यक्रम के दौरान अयोध्या में प्रधानमंत्री ने सिर्फ चाय और पानी ही पीया। उनके नाश्ते के लिए आए काजू-बादाम और पकवान धरे रह गए। उनके लिए कटलेट, काजू कतली, भुना काजू, बादाम, पिस्ता व सिविल लाइन स्थित एक होटल में बने पूड़ी-सब्जी, मिठाई, अचार से भरे लंच पैकेट भी रखे थे। लेकिन पीएम ने इन्हें ग्रहण नहीं किया फिर भी ऊर्जा से लबरेज दिखे।
उधर सीएम योगी आदित्यनाथ ने सुबह सरयू होटल में नाश्ता किया। उनके लिए दलिया, दही, पूड़ी-सब्जी, नारियल पानी व सूखे मेवे का इंतजाम किया गया था। हालांकि, दोपहर में उन्होंने भी भोजन नहीं किया और पीएम के साथ रवाना हो गए।
देश के कोने-कोने विशेषकर झारखंड व बिहार से आया युवा समुदाय प्रधानमंत्री को सुनने को उत्साहित नजर आया। बिहार की रोशनी ने कहा कि पीएम नारियों के उत्थान के लिए तमाम योजनाओं को चला रहे हैं। आदित्य नारायण ने कहा कि मोदी जी को सुनने के लिए आतुर थे, इसलिए तमाम जतन करके यहां तक पहुंचे हैं।
प्रधानमंत्री की रैली में जिले की छात्राएं भी शामिल हुईं। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री ने अयोध्या को श्रीराम मंदिर का तोहफा दिया है इससे बड़ा और कोई उपहार नहीं हो सकता है। बीकापुर से आई ममता, श्रुति, शालिनी यादव ने कहा कि अयोध्या में श्रीराम मंदिर का निर्माण होने से रोजगार के नए आयाम खुलेंगे और जिले का विकास होगा।