नई दिल्ली । एशियाई खेलों की स्वर्ण पदक विजेता पहलवान विनेश फोगाट ने देश में महिला पहलवानों के साथ हो रहे अन्याय का आरोप लगाते हुए विरोध स्वरुप अपने अवार्ड लौटा दिये। विनेश को जब पुलिस ने पीएमओ जाने से रोका तो उन्होंने कर्तव्य पथ पर ही अपना अर्जुन और खेल रत्न अवार्ड रखा दिया। विनेश कुश्ती महासंघ के पूर्व प्रमख ब्रजभूषण शरण सिंह पर कठोर कार्रवाई न होने से नाराज थी। इसी कारण उन्होंने मंगलवार को ही कह दिया था कि अपना खेल रत्न और अर्जुन अवॉर्ड लौटा देंगी। विनेश ने नई दिल्ली में कर्तव्य पथ के फुटपाथ पर ही अपना अवॉर्ड रख दिया। ।
इससे पहले इस महिला पहलवान ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक पत्र लिखा था, जिसमें उन्होंने ताज घटनाक्रम और ब्रजभूषण के करीबी संजय सिंह के कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) का नया अध्यक्ष बनने पर भी नाराजगी व्यक्त की थी। संजय को हालांकि पहलवानों के विरोध के चलते निलंबित कर दिया गया था। इस मामले को लेकर पहलवान साक्षी ने पहले ही संन्यास की घोषणा कर दी थी। वहीं पहलवान बजरंग पूनिया ने अपना पद्मश्री वापस किया था।
गौरतलब है कि पहलवानों का करीब एक साल से ब्रजभूषण मामले को लेकर सरकार के साथ विवाद चल रहा थरा। जनवरी में पहली बार साक्षी, बजरंग और विनेश की अगुवाई में पहलवानों ने पहली बार धरना दिया था। इन्होंने बृजभूषण पर खिलाड़ियों के यौन उत्पीड़न और छेड़छाड़ का आरोप लगाया था पर सरकार की तरफ से जांच कमिटी गठन के बाद बाद पहलवानों ने अपना आंदोलन समाप्त कर दिया था।