‘अटल‘ में ”कृष्ण बिहारी वाजपेयी और कृष्णा देवी वाजपेयी अटल को प्रेरित करते हैं कि वह पूरे मन से संस्कृत को अपनायें और अलग-अलग विचारधाराओं को मिलाने से बचें। अपने पिता के साथ स्कूल जाते हुए अटल को फिर से ब्रिटिश सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे कुछ क्रांतिकारी मिलते हैं। इस बार अटल प्रतिक्रिया देने के बजाए संतुलित रहने फैसला करता है और कहता है ‘संतुलन से काम लूंगा’। अटल में यह बदलाव देखकर कृष्ण बिहारी खुश होते हैं। हालाँकि, स्कूल पहुँचने पर कृष्ण बिहारी को पता चलता है कि अटल को बिना किसी पूर्व सूचना के स्टीफन (रेमंड) द्वारा अंग्रेजी मीडियम से हिन्दी मीडियम में भेज दिया गया है। अचानक हुये इस बदलाव से कृष्ण बिहारी नाराज हो जाते हैं, लेकिन अटल एक अच्छे स्टूडेंट के तौर पर हिन्दी मीडियम में भी अच्छा प्रदर्शन करने का अवसर देखता है। बाद में, घर पहुँचने पर अटल के पिता परिवार को अटल को अचानक हिन्दी मीडियम में भेजे जाने की जानकारी देते हैं। कृष्णा देवी अपने पति कृष्ण बिहारी को शांत करने के लिये बहुत कोशिश करती है, लेकिन इसके बावजूद वह नाराज रहते हैं।“