इन्दौर घने कोहरे और कड़कड़ाती ठंड के बीच जय रणजीत के जयकारों के गगनभेदी उद्घोष के साथ आलीजा दरबार बाबा रणजीत हनुमान अपने तीन लाख से ज्यादा भक्तों के साथ प्रभात फेरी पर निकले और श्रृद्धालु प्रजा का हालचाल जाना। मौका था चार दिनी रणजीत अष्टमी महोत्सव के समापन का जिसमें इन्दौर का पश्चिमी क्षेत्र रणजीत हनुमान की भक्ति में सराबोर हो गया। रात्रि साढ़े तीन बजे से शुरू हुई तैयारियों के बाद सुबह साढ़े चार बजे करीब भव्य 40 फीट लंबी, 15 फीट चौड़ी और 21 फीट उंचाई की श्री अयोध्या में बन रहे प्रभु श्री राम मंदिर की वृहद प्रतिकृति के साथ रणजीत हनुमान पालिकी में सवार भगवा वस्त्र पहने हजारों भक्तों के बीच रणजीत हनुमान मार्ग पर आए। पूरे प्रभातफेरी मार्ग को रामरज से रंगीन कर फूलों के हार, वन्दनवार के साथ तोरणद्वारों से सजाया गया था मार्ग पर करीब सवा सौ से ज्यादा बने स्वागत मंचों से आलीजा सरकार बाबा रणजीत हनुमान का स्वागत पुष्प वर्षा और राम भजन गाते जयकारों के साथ जय श्रीराम का जयघोष लगाते वन्दन किया गया। आतिशबाजी के अद्भुत नजारे जमीं से लेकर आसमां तक को तड़तड़ाहट के साथ रोशन कर रहे थे। इस दौरान रणजीत हनुमान भक्तों के साथ इंदौर शहर के तीन थानों के पुलिसकर्मी और नगर सुरक्षा समिति के सदस्य मुस्तेदी के साथ सुरक्षा और यातायात व्यवस्था में लगे रहे । इन्होंने पूरे प्रभात फेरी मार्ग पर अलसुबह से ही न सिर्फ बखूबी मोर्चा सम्हाला हुआ था बल्कि पूरे प्रभातफेरी का श्रद्धाभाव से अहम हिस्सा भी बने ।