नई दिल्ली, । सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ को यूं तो अयोध्या में राम मंदिर में राम लला की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए निमंत्रण मिला था, लेकिन वो अपनी कार्ट में सुनवाई करते नजर आए। गौरतलब है कि चीफ जस्टिस चंद्रचूड़ अयोध्या पर शीर्ष अदालत की फैसला सुनाने वाली बेंच का हिस्सा थे। इस कारण उन्हें भी निमंत्रण मिला था।
इस बीच वहां अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा का भव्य कार्यक्रम चल रहा था और यहां, चीफ जस्टिस चंद्रचूड़ अपनी कोर्ट में काम करने में लगे हुए थे। दरअसल, आज अदालत की छुट्टी नहीं रखी गई थी और चीफ जस्टिस मामले की सुनवाई कर रहे थे। इस प्रकार जब सोमवार सुबह 10 बजे कोर्ट खुला तो चीफ जस्टिस चंद्रचूड़ एक मामले की सुनवाई करने अपनी अदालत में मौजूद नजर आए। वैसे केंद्र सरकार ने आज आधे दिन की छुट्टी घोषित कर रखी थी। इसके अलावा कई राज्यों में प्राण प्रतिष्ठा को देखते हुए छुट्टी कर दी गई थी, लेकिन सुप्रीम कोर्ट में छुट्टी नहीं रखी गई थी। इस कारण आज चीफ जस्टिस चंद्रचूड़ समेत अन्य जज मामलों की सुनवाई में व्यस्त नजर आए।
गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट ने 2019 में राम मंदिर के पक्ष में फैसला सुनाया था। फैसला सुनाने वाली 5 सदस्यीय संविधान पीठ में तत्कालीन चीफ जस्टिस रंजन गोगोई, जस्टिस एसए बोबड़े, जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़, जस्टिस अशोक भूषण और जस्टिस अब्दुल नजीर शामिल थे। इन सभी जजों को राम मंदिर ट्रस्ट ने प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल होने का निमंत्रण दिया था।