रेल मंत्री वैष्णव से मिले मंत्री सिलावट ; इन्दौर में रेल सुविधाओं के विस्तार के लिए मांग पत्र सौंपा

:: इन्दौर में विश्वस्तरीय रेलवे स्टेशन बनाने के लिए भी चर्चा की ::
:: मांगलिया और सिंगापुर टाउनशिप के पास रेलवे ओवर ब्रिज की भी चर्चा हुई ::
:: रतलाम ट्रेन को आम जनता के हित में नीमच तक बढ़ाया जाए ::
नई दिल्ली/इन्दौर । जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट ने रविवार को नई दिल्ली में केन्द्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने सौजन्य भेंट की और इन्दौर में रेल सुविधा बढ़ाने के संबंध में चर्चा की। उन्होंने इन्दौर की जनता की मांग के अनुसार एक मांग पत्र भी सौंपा। रेल मंत्री वैष्णव ने जल संसाधन मंत्री सिलावट को आश्वस्त कर कहा की जल्दी ही रेलवे के अधिकारियो इस संबंध में भौतिक सत्यापन कराया जाएगा और मांग पत्र कार्यवाही करने के लिए कहा जाएगा।
मंत्री सिलावट ने केंद्रीय रेल मंत्री से भेंट के दौरान कहा की इन्दौर मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी होकर देश के मेट्रो शहरों की श्रेणी में तेजी से विकसित हो रहा है। इसके साथ ही वर्ष 2028 में होने वाले सिंहस्थ महापर्व में आने वाले श्रद्धालुओं के आवागमन की सुविधाओं को देखते हुए, रेल सुविधाओं का विस्तार किया जाना जनहित में अत्यंत आवश्यक है। मंत्री सिलावट ने इन्दौर के रेलवे स्टेशन को विश्वस्तरीय बनाए जाने पर भी चर्चा की।
जल संसाधन मंत्री सिलावट ने रेल मंत्री से कहा की इन्दौर के सिख समाज के भाईयो और नई दिल्ली जाने वाले यात्रियों के लिए इन्दौर अमृतसर रेल को सप्ताह में 3 दिन चलाया जाये। उन्होंने ट्रेन संख्या 20957/58 इन्दौर-नई दिल्ली-इन्दौर को प्रतिदिन करना, महू-फतेहाबाद (चंद्रावतीगंज) जंक्शन महू के बीच सुबह के समय एक डेमू ट्रेन का संचालन किया जाता था जिसे पुनः संचालन किया जाये। वर्तमान में चल रही डेमू रैक के स्थान पर मेमू रेक का परिचालन किया जाये। इन्दौर से नीमच को जोड़ने के लिए ट्रेन संख्या 11125/26 (रतलाम इन्दौर ग्वालियर /भिंड ट्रेन) को नीमच तक बढ़ाया जाये। अभी यह रेक रतलाम में 5 घंटे खड़ा रहता है।
आम जनता की सुविधा और सुरक्षा के लिए मांगलिया और सिंगापुर टाउनशिप के पास रेल ऊपरी पुल (आरओबी) की स्वीकृति प्रदान की जाए। मंत्री सिलावट ने फतेहाबाद (चंद्रावतीगंज) रेलवे स्टेशन को मॉडल स्टेशन बनाने का भी आग्रह किया। सीआरएस स्पेशल के साथ हुई दुर्घटना स्थल (जहां 28 दिसम्बर को कैलोदहाला इन्दौर में रेलवे ट्रेक पर 02 छात्राओं की मृत्यु हो गई थी) के पास सुरक्षा की दृष्टि से दोनों तरफ बाउंड्री वॉल का निर्माण किया जाने का आग्रह किया।