2013 के बाद कांग्रेस 50 चुनाव हारी
भोपाल । मध्य प्रदेश पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आंकड़े जारी कर कांग्रेस की असफलता को गिनाया। शिवराज ने कहा कि मैडम सोनिया गांधी जी ने चुनाव लडऩे से इंकार कर दिया। उनकी राज्यसभा में बैक डोर एंट्री हुई है। अब जिसके सर्वोच्च नेता का ही आत्मविश्वास हिल गया हो, उस पार्टी का क्या होगा यह कल्पना की जा सकती है।
पूर्व सीएम ने कहा कि 2019 में राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस ने चुनाव लड़ा था और अमेठी से खुद राहुल गांधी चुनाव हार गए थे। अभी अगर इतिहास देखें तो एक के बाद एक लगभग 50 चुनाव कांग्रेस ने हारे हैं। 2013-14 के बाद, कई उनके मुख्यमंत्री, पूर्व मुख्यमंत्रियों ने कांग्रेस छोड़ दी और कई जगह उनको चुनाव लडऩे के लिए उम्मीदवार नहीं मिल रहे हैं।
राहुल ऐसे कप्तान उनको नहीं पता कब क्या करना है
उन्होंने कहा कि कांग्रेस ऐसा दल बन गई है, जिसके पास ना तो अब सेना बची है और ना सेनापति। चुनाव लडऩे वालों का टोटा पड़ा हुआ है। जब मैडम चुनाव नहीं लड़ रहीं तो बाकी बड़े नेताओं ने हाथ उठा दिए। राहुल गांधी जी तो ऐसे कप्तान हैं, जिन्हें यह पता ही नहीं है कि कब क्या करना चाहिए। जब उन्हें चुनाव की तैयारी करना चाहिए तो वे यात्रा करते हैं। जब उन्हें यात्रा करनी चाहिए तो विदेश में छुट्टी मनाते हैं और चुनाव में हारने के बाद ईवीएम-ईवीएम चिल्लाते हैं। उन्होंने कहा कि राहुल की तो यह हालत होती है कि वो जहां जाते हैं वहां हम तो डूबे हैं सनम तुमको भी ले डूबेंगे। अब बेचारे अखिलेश , तेजस्वी जिनके साथ उनका गठबंधन हुआ उन्हें भी साथ ले डूबे। अब केजरीवाल का भी भला नहीं होने वाला है।
कांग्रेस डूबता हुआ जहाज
पूर्व सीएम शिवराज ने कहा कि कांग्रेस की यह हालत देखकर कांग्रेस के विचारवान नेता लगातार कांग्रेस छोड़ते जा रहे हैं। एक के बाद एक चुनाव कांग्रेस लगातार हारती चली जा रही है। एक तरफ भारतीय जनता पार्टी पूरी तरह से तैयार है। भारतीय जनता पार्टी संपूर्ण प्रखरता से चमकता हुआ सूर्य है तो कांग्रेस डूबता हुआ जहाज है। कांग्रेस में ना तो दिशा है और ना दृष्टि है। इसलिए कांग्रेस की दशा भी बहुत खराब हो रही है। सेनापति खुद भ्रमित हैं। कई जगह सेना ही गायब है और सेनापति सेना छोड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि मैं आज पूरे विश्वास के साथ यह कहता हूं कि अबकी बार 400 पार। अब केवल भाजपा का मंत्र और नारा नहीं है, यह जनता की उद्घोषणा है।
कांग्रेस छोडऩे वाले नेताओं की सूची जारी की
पूर्व सीएम शिवराज ने कांग्रेस छोडऩे वाले नेताओं की जानकारी साझा की। उन्होंने कहा कि कांग्रेस छोडऩे वालों की इतनी बड़ी सूची है। कांग्रेस से इस्तीफा देने वाले बड़े नेता हिमन्त बिस्व सरमा अब पूरी कर्मठता से भाजपा में आने के बाद असम का नेतृत्व कर रहे हैं। चौधरी बीरेंदार सिंह, रंजीत देशमुख, जीके वासन, जयंती नटराजन, पेमा खांडू, रीता बहुगुणा जोशी, एन बीरेन सिंह, शंकर सिंह वाघेला, टॉम वडक्कन, ज्योतिरादित्य सिंधिया, केपी यादव, प्रियंका चतुर्वेदी जी। 2021 में कांग्रेस से इस्तीफा देने वाले बड़े नेता में पीसी चाको, जितिन प्रसाद, सुष्मिता देव, ललितेश त्रिपाठी, लुईजिन्हो फलेरो, पंकज मालिक, हरेन्द्र मालिक, कैप्टन अमरिंदर सिंह, रवि नाइक। 2022 में कांग्रेस से इस्तीफा देने वाले बड़े नेता में इमरान मसूद, अदिति सिंह, सुप्रिया एरॉन, आरपीएन सिंह, अश्विनी कुमार, रिपुन बोरा, हार्दिक पटेल, सुनील जाखड़, कपिल सिब्बल, कुलदीप बिश्नोई, जयवीर शेरगिल, गुलाम नबी आजाद, दिगम्बर कामत और 2023 में कांग्रेस से इस्तीफा देने वाले बड़े नेता अनिल एंटनी, सीआर केसवन, 2024 में कांग्रेस से इस्तीफा देने वाले बड़े नेता में मिलिंद देवड़ा, अशोक चव्हाण, गीता कोड़ा, बाबा सिद्दीकी, राजेश मिश्रा, अमरीश डेर, जगत बहादुर अन्नू, चांदमल जैन, बसवराज पाटील, नारण राठवा शामिल हैं।
इन पूर्व मुख्यमंत्री ने छोड़ी कांग्रेस
किरण कुमार रेड्डी, कैप्टन अमरिंदर सिंह, एस एम कृष्णा, दिगंबर कामत, विजय बहुगुणा, पेमा खांडू, अशोक चव्हाण, एन डी तिवारी, रवि नाइक, गुलाम नबी आजाद, अजीत जोगी, लुइजिन्हो फलेरियो, किरण कुमार रेड्डी शामिल हैं।
2013 के बाद जो कांग्रेस ने चुनाव हारे हैं
2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव उसके बाद हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव: 2017, मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव: 2013, 2023, पंजाब विधानसभा चुनाव: 2022, हरियाणा विधानसभा चुनाव: 2014, 2019, उत्तराखंड विधानसभा चुनाव: 2017, 2022, उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव: 2017, 2022, राजस्थान विधानसभा चुनाव: 2013, 2023, गुजरात विधानसभा चुनाव: 2017, 2022, छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव: 2013, 2023, बिहार विधानसभा चुनाव: 2015, 2020, झारखंड विधानसभा चुनाव: 2014, सिक्किम विधानसभा चुनाव: 2014, 2019, असम विधानसभा चुनाव: 2016, 2021, अरुणाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव: 2019, नागालैंड विधानसभा चुनाव: 2013, 2018, 2023, मणिपुर विधानसभा चुनाव: 2022, मिजोरम विधानसभा चुनाव: 2018, त्रिपुरा विधानसभा चुनाव: 2013, 2018, 2023, मेघालय विधानसभा चुनाव: 2023, पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव: 2016, 2021, महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव: 2014, 2019, उड़ीसा विधानसभा चुनाव: 2014, 2019, गोवा विधानसभा चुनाव: 2017, 2022, कर्नाटक विधानसभा चुनाव: 2018, तेलंगाना विधानसभा चुनाव: 2018, आंध्र प्रदेश विधानसभा चुनाव: 2014, 2019, तमिलनाडु विधानसभा चुनाव: 2016, 2021, केरल विधानसभा चुनाव: 2016, 2021।