इजराइल पर ईरान का हमला, बचाव में उतरे अमेरिका-ब्रिटेन

ईरान ने इजरायल पर 150 क्रूज मिसाइल और 200 ड्रोन दागे
तेल अवीव । सीरिया में ईरान के वाणिज्य दूतावास पर एक हमले में ईरानी सैन्य कमांडरों की मौत के बाद ईरान लगातार धमकी दे रहा था कि वह इजराइल पर हमला कर बदला लेगा। ईरान की धमकी से अमेरिका भी चिंतित था। जिसका डर था वही हुआ। ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स ने इजरायल पर दर्जनों मिसाइल और ड्रोन से हमला कर दिया है। इस हमले से पूरी दुनिया अलर्ट पर है। ईरान ने इस हमले को ऑपरेशन ट्रू प्रॉमिस नाम दिया है।
जानकारी के मुताबिक ईरान ने शनिवार-रविवार की रात में इजरायल पर 150 क्रूज मिसाइल और 200 ड्रोन दागे। इजरायल के जवाबी हमले को लेकर ईरान ने दूसरे देशों को भी धमकी दी है कि अगर कोई भी देश इजरायल को हमले के लिए अपना एयरस्पेस देता है, तो ईरान उस पर भी हमला करेगा। ड्रोन की स्पीड कम होती है, जिस कारण उन्हें इजरायल तक पहुंचने में समय लग रहा है। एक रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिकी सेना इजरायल को बचाव करते हुए ईरानी ड्रोन को मार गिरा रही है। इजरायल ने अपना आयरन ड्रोन डिफेंस सिस्टम भी एक्टिव कर दिया है जो ईरान के हमलों को नाकाम कर रहा है।
ईरान की धमकी को देखते हुए अमेरिका, इजरायल ने पहले ही हमले का अनुमान लगा लिया था। अमेरिकी सेना अलर्ट पर थी। उसने अपने दो युद्धपोत इजरायल की सुरक्षा में तैनात कर दिए थे। ईरानी हमले के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडन ने सुरक्षा अधिकारियों के साथ बैठक की। और उन्होंने नेतन्याहू से भी फोन पर बात की और इजरायल को पूरी सुरक्षा देने की बात कही है।
संयुक्त राष्ट्र महासचिव, यूके, जर्मनी और फ्रांस ने इस हमले की निंदा की है। मिस्र, सऊदी, स्पेन, पुर्तगाल ने ईरानी हमले पर गहरी चिंता जताते हुए संयम बरतने को कहा है। लेबनान के हिज्बुल्लाह ग्रुप ने बयान जारी कर दावा किया कि उसके आतंकियों ने गोलान हाइट्स के कैला बैरक क्षेत्र में इजरायली रक्षा बलों और वायु रक्षा मुख्यालय को निशाना बनाकर दर्जनों रॉकेट दागे हैं। ईरानी हमले के बाद से पूरे इजरायल में सायरन की आवाज सुनी दे रही है। हमले में अभी तक किसी के घायल होने की खबर नहीं हैं।
ईरान का कहना है कि हमला इजरायल के अपराधों की सजा है। दरअसल सीरिया में ईरान के वाणिज्य दूतावास पर एक हमले में ईरानी सैन्य कमांडरों की मौत हो गई थी। हमले का आरोप इजरायल पर लगा था जबकि इजरायल इस हमले से इनकार कर रहा था । ईरान ने धमकी दी थी कि वह बदला जरुर लेगा। अमेरिका भी कह चुका था कि ईरान जल्द हमला कर सकता है और रात में ईरान ने अपनी धमकी पूरी कर दी। इसके बाद सभी अलर्ट पर हैं।