मानव का मन संसार में और संत का मन परमार्थ में व्यस्त होता है : सीताराम दास महाराज

:: श्रीराम नगर में उमड़ा भक्तों का जनसैलाब, प्रतिदिन जीवंत चरित्र-चित्रण की प्रस्तुति के साथ ही भक्त कर रहे श्रीराम कथा का श्रवण ::
इन्दौर । भगवान प्रेम के वश में हैं। कर्जदार कभी भी साहूकार से नजर नहीं मिलता है। राम कथा जीवन में परिवर्तन का मार्ग प्रशस्त करती है। भगवान के पास शुद्ध अंत:करण से जाने वाले का अवश्य ही कल्याण होता है। मानव का मन सांसारिक और संतों का मन हमेशा परमार्थ के कार्य में व्यस्त रहता है।
उक्त विचार स्कीम नं. 134 श्रीराम नगर स्थित श्री सिद्ध हनुमान मंदिर में जारी श्रीराम कथा में शुक्रवार को बुदेलखंड से आए कथावाचक सीतारामदास महाराज ने भक्तों को कथा का रसपान करवाते हुए व्यक्त किए। उन्होंने भागवत कथा में बाल लीलाओं के साथ ही अन्य प्रसंगों की व्याख्या कर सभी भक्तों को भाव-विभोर कर दिया। कथा स्थल पर प्रथम दिवस से ही भजन गायक अपने सुमधुर भजनों की प्रस्तुति से पूरे क्षेत्र को श्रीराम मय बनाए हुए हैं।
श्री सिद्ध हनुमान मंदिर समिति अध्यक्ष मनीष गौतम ने बताया कि 9 दिवसीय श्रीराम कथा में प्रतिदिन भक्तों का जनसैलाब उमड़ रहा है। कथा के दौरान प्रसंगानुसार कलाकारों द्वारा चरित्र-चित्रण की प्रस्तुतियां से सभी भक्तों का मन मोह रहे हैं। शुक्रवार को व्यासपीठ का पूजन समिति सदस्यो के साथ ही धार्मिक, सामाजिक व राजनीतिक पृष्ठभूमि से जुड़े गणमान्य नागरिकों ने किया। मनीष गौतम ने बताया कि श्रीराम नगर में जारी श्रीराम कथा दोपहर 4 से 7 बजे तक भक्त कथा का श्रवण कर सकते हैं। 9 दिवसीय रामकथा का समापन मंगलवार 23 अप्रैल को होगा।