इन्दौर | महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा एक लावारिस बच्चे की जानकारी एडॉप्शन एक्ट के तहत गोद देने के लिए पोर्टल पर जारी की गई थी। जिसे अब अमेरिका के एक डाक्टर परिवार ने गोद ले लिया है। इस अमेरिकन परिवार के मुखिया डॉक्टर का कहना है कि वह सामाजिक जिम्मेदारी के लिए इस बच्चे को गोद ले रहे हैं। बच्चा करीब डेढ़ वर्ष पूर्व पीथमपुर के पास झाड़ियों में लहूलुहान हालत में लावारिस मिला था। इंदौर जिला महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारी रामनिवास बुधोनिया के अनुसार डेढ़ वर्ष पूर्व पीथमपुर के पास झाड़ियों में एक बच्चा लावारिस हालत में मिला था। इस बच्चे के शरीर पर कुत्तों के द्वारा काटे जाने के भी निशान थे। विभाग द्वारा इस बच्चे को बाल संरक्षण आश्रम में पहुंचाकर इसका इलाज कराया गया। अब यह बच्चा पूरी तरह से स्वस्थ हो चुका है। इस बच्चे को एडॉप्शन एक्ट के तहत गोद देने के लिए पोर्टल पर जानकारी जारी की गई थी। जिसके बाद अमेरिका के हवाई शहर में रहने वाले डॉक्टर नीत और उनकी पत्नी ऐनी ने इस बच्चे को गोद लेने में रुचि दिखाई। बुधोनिया के अनुसार सरकारी तौर पर जो भी जानकारी संग्रहित करना और जांच करने का कार्य होता है वह पूरा किया गया। उसके बाद कल डॉक्टर नीत अपनी पत्नी के साथ इंदौर पहुंचे और उन्होंने यहां बाल संरक्षण आश्रम में मौजूद इस बच्चे को गोद लिया। आश्रम में इस बच्चे का नाम राजीव रखा गया था। इस तरह से यह झाड़ियों में मिला हुआ बच्चा अब अमेरिका की दंपति के साथ रहेगा। बच्चे को गोद लेने वाले डॉक्टर नीत के खुद के दो बच्चे पूर्व से है। उनका कहना है कि वे अपनी सामाजिक जिम्मेदारी का निर्वहन करने के लिए इस बालक को गोद ले रहे हैं। डाक्टर नीत बालक को गोद लेने के लिए अपनी पत्नी और बच्चों के साथ ही आए थे।