चक्रवाती तूफान रेलम ने मचाई तबाही- कई जगह हवा में उड़े पेड़,बिजली के खंडे टूटे एक की मौत

नई दिल्ली । रविवार रात चक्रवाती तूफान रेलम ने अपना रौद्र रुप दिखा दिया है। कई जगह तेज हवा में पेड़ उखड़ गए तो कहीं कहीं बिजली खंबे या तो टेड़े हो गया फिर उखड़ गए। जबकि तेज हवा के चलते एक व्यक्ति की मौत की भी खबर आ रही है। रेमल की रविवार रात को बंगाल के तटों पर लैंडफॉल हुई। जब यह बंगाल के तट पहुंचा, तब इस दौरान हवा की रफ्तार 135 किमी प्रति घंटे थी। साइक्लोन रेमल की वजह से बंगाल के कई जिलों में बारिश हो रही है। जगह-जगह पेड़ उखड़े हैं. कई घर इससे तबाह हो चुके हैं। वहीं, आंधी-पानी में कोलकाता में दीवार गिरने से एक की मौत हो गई है। आईएमडी की मानें तो बंगाल से बांग्लादेश तक तबाही मचाने वाला रेमल अब कमजोर होने वाला है। चक्रवाती तूफान ‘रेमल’ कैनिंग (पश्चिम बंगाल) से लगभग 80 किमी दक्षिण की ओर है। यह बांग्लादेश और पश्चिम बंगाल के तटों को पार कर रहा है। उत्तर की ओर बढ़ रहा है और धीरे-धीरे कमजोर हो रहा है। बांग्लादेश और पश्चिम बंगाल के तटीय इलाकों में लैंडफॉल की प्रक्रिया जारी है और अगले 2 घंटों तक जारी रहेगी।
बंगाल के तटीय इलाकों में चक्रवाती तूफान ‘रेमल’ के पहुंचने के एक दिन बाद सोमवार को तटीय इलाकों को हुई क्षति को साफ तौर पर देखा जा सकता है। झोपड़ियों की छत हवा में उड़ गयीं, पेड़ उखड़ गये और बिजली के खंभे गिर गये, जिस कारण कोलकाता सहित राज्य के कई हिस्सों में बिजली की आपूर्ति प्रभावित हुई।साइक्लोन रेमल का असर बिहार में भी देखने को मिलेगा। बिहार के आधे दर्जन जिलों में बारिश की संभावना है। रेमल की वजह से कोलकाता से पटना की कई फ्लाइट रद्द हो गई हैं। देवघर से पटना की भी फ्लाइट रद्द कर दी गई है। चक्रवाती तूफान रेमल के चलते पुराने भवन की बाउंडरी वॉल गिरने से एक व्यक्ति की मौत हुई है। दक्षिण 24 परगना के सुंदरबन में तेज हवाओं के साथ बारिश हो रही है। वहीं, कोलकाता शहर के कई हिस्सों में भी लगातार बारिश जारी है। इस दौरान तेज हवाएं बह रही हैं। कई पेड़ उखड़ गए हैं।
135 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चली हवा
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, 135 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली हवाओं के साथ चक्रवाती तूफान ‘रेमल’ बांग्लादेश और उससे सटे पश्चिम बंगाल के तटों के बीच पहुंचा। इसकी वजह से भारी बारिश हुई। इसकी वजह से चारों ओर घरों और खेतों में पानी भर गया। और जाते-जाते चक्रवाती तूफान रेमल विनाश का निशान छोड़ गया। रविवार रात 8:30 बजे पड़ोसी देश में मोंगला के दक्षिण-पश्चिम के पास सागर द्वीप और खेपुपारा के बीच पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश के निकटवर्ती तटों पर लैंडफॉल की प्रक्रिया शुरू हुई
चक्रवाती तूफान ‘रेमल’ ने कई घरों को तबाह कर दिया। इसने जगह-जगह पेड़ों को उखाड़ दिया और बिजली के खंभों को गिरा दिया। सुंदरवन के गोसाबा इलाके में मलबे की चपेट में आने से एक व्यक्ति घायल हो गया। चक्रवात आने से पहले पश्चिम बंगाल में संवेदनशील इलाकों से एक लाख से अधिक लोगों को निकाला गया था। मौसम कार्यालय ने कहा, ‘चक्रवाती तूफान रेमल ने रविवार रात पश्चिम बंगाल के सागर द्वीप और बांग्लादेश के खेपुपारा के बीच 135 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से दस्तक दी। इस दौरान तटीय दीघा में डरावनी लहरें दिखाई दीं। जैसे ही चक्रवात रेमल आया, बारिश की मोटी चादर से समुद्र तट धुंधला हो गया। पानी का तेज बहाव मछली पकड़ने वाली नौकाओं को अंदर तक बहा ले गया। निचले इलाकों में मिट्टी और फूस के घरों को तबाह कर दिया और खेतों में पानी भर गए।
कोलकाता के बिबीर बागान इलाके में भारी बारिश की वजह से दीवार गिरने से एक व्यक्ति की मौत हो गई।वहीं, उत्तर और दक्षिण 24 परगना और पूर्वी मिदनापुर जिलों से आई रिपोर्टों में कहा गया है कि फूस के घरों की छतें उड़ गईं, बिजली के खंभे टूट गए और कई इलाकों में पेड़ उखड़ गए। कोलकाता से सटे निचले इलाकों में सड़कें और घर जलमग्न हो गए। बता दें कि रेमल को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तूफान की प्रतिक्रिया और तैयारियों की समीक्षा के लिए एक बैठक की अध्यक्षता की थी। जबकि पश्चिम बंगाल के राज्यपाल डॉ. सीवी आनंद बोस ने स्थिति की बारीकी से निगरानी की।
असम में रेड अलर्ट
असम, मेघालय, त्रिपुरा, मणिपुर और मिजोरम सरकारों ने अलग-अलग सलाह जारी की है और राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल, राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल, जिला प्रशासन और अन्य संबंधित विभागों को अधिकतम सतर्क रहने और किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने को कहा है। धुबरी, दक्षिण सलमारा, बोंगाईगांव, बजाली, तामुलपुर, बारपेटा, नलबाड़ी, मोरीगांव, नागांव, होजई और पश्चिम कार्बी आंगलोंग जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। वहीं, चिरांग, गोलपारा, बक्सा, दिमा हसाओ, कछार, हैलाकांडी और करीमगंज जिले में भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया गया है।